स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा ने साफ कर दिया है कि अपने ‘गद्दार’ या ‘देशद्रोही’ वाले बयान पर उन्हें कोई पछतावा नहीं है। उन्होंने मुंबई पुलिस को बताया कि वह इस मुद्दे पर सिर्फ तभी माफी मांगेंगे जब कोर्ट उन्हें ऐसा करने का आदेश देगा।
उनकी यह टिप्पणी महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से जुड़ी मानी जा रही है, जिसके बाद राज्य में सत्ता पक्ष और शिवसेना कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध किया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी कामरा के बयान की निंदा करते हुए कहा कि उन्होंने शिंदे का अपमान किया है और उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
कामरा ने आरोपों को किया खारिज
सूत्रों के मुताबिक, कुणाल कामरा ने मुंबई पुलिस को बताया कि उन्हें अपने बयान पर कोई पछतावा नहीं है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उन्हें शिंदे को निशाना बनाने के लिए किसी राजनीतिक दल से पैसे नहीं मिले।
कामरा ने पुलिस से अपने वित्तीय लेन-देन की जांच करने का अनुरोध किया, ताकि यह साबित हो सके कि उन्हें किसी भी राजनीतिक दल या विपक्ष से कोई आर्थिक मदद नहीं मिली।
मुंबई पुलिस ने दर्ज की प्राथमिकी
मुंबई पुलिस ने एकनाथ शिंदे पर अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में कुणाल कामरा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
इसके अलावा, पुलिस ने खार इलाके के ‘हैबिटेट स्टूडियो’ में शिवसेना के 40 कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है, जिन्होंने कथित तौर पर वहां तोड़फोड़ की थी।
शिवसेना कार्यकर्ताओं ने रविवार को ‘हैबिटेट कॉमेडी क्लब’ में जमकर हंगामा किया, जहां कामरा का कार्यक्रम शूट किया गया था। इसी शो में कामरा ने ‘गद्दार’ शब्द का इस्तेमाल कर शिंदे पर कटाक्ष किया था।
कामरा का कटाक्ष: एकनाथ शिंदे की बगावत पर टिप्पणी
कुणाल कामरा ने अपने शो में 2022 में उद्धव ठाकरे के खिलाफ एकनाथ शिंदे की बगावत का जिक्र करते हुए, फिल्म ‘दिल तो पागल है’ के एक गाने का संशोधित वर्जन गाया था।
इसके जवाब में देवेंद्र फडणवीस ने कहा,
“2024 के चुनाव परिणामों ने यह साबित कर दिया है कि कौन गद्दार है और कौन खुद्दार। जनता ने एकनाथ शिंदे को शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे की सच्ची विरासत का उत्तराधिकारी मान लिया है।”
फडणवीस ने कहा कि लोगों ने बाल ठाकरे की विचारधारा के साथ विश्वासघात करने वालों को चुनाव में हराया है।
फडणवीस का पलटवार: संविधान को लेकर उठाए सवाल
देवेंद्र फडणवीस ने कुणाल कामरा और राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि,
“कामरा ने संविधान की वह लाल किताब दिखाई, जिसे राहुल गांधी रखते हैं। लेकिन दोनों ने संविधान पढ़ा ही नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा कि,
“संविधान कहता है कि जब आप दूसरों की स्वतंत्रता पर हमला करते हैं, तो आपकी खुद की स्वतंत्रता भी सीमित हो जाती है।”
फडणवीस ने यह भी कहा कि संविधान की किताब दिखाकर कामरा अपने कृत्य को उचित नहीं ठहरा सकते और कानूनी कार्रवाई से नहीं बच सकते।