राजस्थान के कोटपुतली में तीन साल की मासूम चेतना, जो बोरवेल में गिर गई थी, जिंदगी की जंग हार गई। 1 जनवरी 2025, बुधवार को 220 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद उसे बोरवेल से बाहर निकाला गया। तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्ची का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है।
घटना का विवरण
23 दिसंबर 2024 को, राजस्थान के कोटपुतली के बड़ियाली गांव में चेतना बोरवेल में गिर गई थी। घटना के बाद प्रशासन, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें लगातार बच्ची को बचाने में जुटी रहीं।
10 दिनों तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन
- रेस्क्यू ऑपरेशन:
- रेस्क्यू ऑपरेशन पूरे 10 दिन तक चला।
- एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवान, फायर ब्रिगेड, जेसीबी, और नगर परिषद के कर्मचारी मौके पर तैनात रहे।
- अधिकारियों की भागीदारी:
- कोटपुतली के एसपी, एएसपी, डीएसपी और तीन थानों के अधिकारी घटना स्थल पर मौजूद थे।
- बचाने की कोशिशें:
- बच्ची को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किया गया, लेकिन मासूम को नहीं बचाया जा सका।
चिकित्सा अधिकारी का बयान
चिकित्सा अधिकारी चैतन्य रावत ने बताया:
- बच्ची के लिए अस्पताल में अलग से बेड तैयार किया गया था।
- चेतना को लाते ही डॉक्टरों ने उसका निरीक्षण किया, लेकिन वह जीवित नहीं थी।
- पोस्टमार्टम:
- कलेक्टर के आदेश पर चेतना का पोस्टमार्टम किया जाएगा।
- तीन डॉक्टरों की टीम पोस्टमार्टम करेगी, जिससे यह पता चलेगा कि मौत कब और कैसे हुई।
एक महीने में दूसरी घटना
यह घटना राजस्थान में एक महीने के भीतर दूसरी बार हुई है।
- इससे पहले दौसा में पांच साल का आर्यन बोरवेल में गिर गया था।
- आर्यन की भी मौत हो गई थी।