भारतीय रेलवे का कोंकण रेलवे रूट एक ऐसा मार्ग है, जिसे आज़ाद भारत में बनाया गया और यह देश की इंजीनियरिंग का अद्भुत नमूना है। अंग्रेजों के समय में बिछाई गई अधिकांश रेलवे लाइनों के विपरीत, कोंकण रेलवे को भारतीय इंजीनियरों ने अनगिनत चुनौतियों के बावजूद अपने कौशल से साकार किया। यह केवल परिवहन का माध्यम नहीं, बल्कि प्रकृति प्रेमियों और सैलानियों के लिए एक आकर्षक यात्रा अनुभव भी है।
कोंकण रेलवे: प्राकृतिक सौंदर्य का सफर
कोंकण रेलवे डिवीजन से गुजरती ट्रेनें आपको प्राकृतिक खूबसूरती का अद्भुत नज़ारा दिखाती हैं।
- झरने के नीचे से गुजरती ट्रेन: इस मार्ग पर ट्रेनें झरनों के नीचे से गुजरती हैं, जहां यात्री फुहारों का आनंद ले सकते हैं।
- ऊंचे पहाड़ और सुरंगें: यह रूट ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों और लंबी सुरंगों से होकर गुजरता है, जो इसे और भी खास बनाता है।
- फिल्मों में दिखाए गए दृश्य: कोंकण रेलवे के कई हिस्सों को बॉलीवुड फिल्मों में भी दिखाया गया है, जो इसकी सुंदरता को और ज्यादा प्रसिद्ध करते हैं।
दुष्यंत कुमार की पंक्तियों का अहसास
कोंकण रेलवे की यात्रा आपको प्रकृति के करीब ले जाती है।
- इंडियन रेलवे ने इस रूट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था, जिसमें पुलों और झरनों के अद्भुत दृश्य दिखाए गए।
- यह यात्रा दुष्यंत कुमार की मशहूर पंक्तियों को साकार करती है:
“तू किसी रेल सी गुजरती है… मैं किसी पुल सा थरथराता हूं…” - मुंबई से गोवा: इस रूट पर सफर करते हुए पुलों के ऊपर से गुजरती ट्रेन और उनके नीचे बहते झरनों का अद्भुत नजारा आपका दिल खुश कर देगा।
Ecstatic!
Mesmerising view of train traversing through Ranpat waterfall near Ukshi, Ratnagiri in Konkan Region. pic.twitter.com/E2KLpm24J7
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) March 17, 2023
मांडवी एक्सप्रेस: प्रकृति का दीदार और स्वादिष्ट अनुभव
मांडवी एक्सप्रेस, जो मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से गोवा के मडगांव जंक्शन तक चलती है, कोंकण रेलवे की सबसे खास ट्रेन मानी जाती है।
- यात्रा की विशेषताएं:
- यह ट्रेन 765 किमी की दूरी 12-14 घंटे में तय करती है।
- इसकी सीटें बेहद आरामदायक हैं, जो यात्रियों के सफर को और सुखद बनाती हैं।
- ट्रेन स्वादिष्ट खाने के लिए मशहूर है।
- मांडवी नदी के नाम पर: यह ट्रेन गोवा की लाइफलाइन मानी जाती है और इसका नाम मांडवी नदी पर रखा गया है।
- 18 स्टेशनों पर ठहराव: ट्रेन 49 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है और बीच में 18 स्टेशनों पर रुकती है।
बुकिंग की सलाह
मांडवी एक्सप्रेस में यात्रा करने की योजना बना रहे हैं?
- टिकट की बढ़ती मांग को देखते हुए, आपको अपनी यात्रा से 2-3 महीने पहले ही बुकिंग कर लेनी चाहिए।
- यह ट्रेन सैलानियों और यात्रियों के बीच इतनी लोकप्रिय है कि अक्सर टिकट मिलना मुश्किल हो जाता है।