कोलकाता रेप-मर्डर केस: 42 दिनों के बाद विरोध प्रदर्शन खत्म…डॉक्टर काम पर लौटे

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आश्वासन के बाद कोलकाता के जूनियर डॉक्टरों ने शुक्रवार को अपनी हड़ताल खत्म कर दी। आज 42 दिन बाद वह अपने काम पर लौट आए हैं. उन्होंने सभी अस्पतालों में काम शुरू कर दिया है. डॉक्टरों ने केवल आवश्यक और आपातकालीन सेवाओं में काम करना शुरू कर दिया है, ओपीडी में नहीं।

कोलकाता डॉक्टर रेप हत्याकांड मामले में न्याय की मांग कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने आज से काम करना शुरू कर दिया है. आज 42 दिन बाद वे अपनी-अपनी नौकरी पर लौट आए हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ कई दौर की बातचीत के बाद डॉक्टरों ने शुक्रवार को हड़ताल खत्म करने का फैसला किया और कहा कि वे शनिवार से काम पर लौट आएंगे. इसके बाद आज से सभी अस्पतालों की आवश्यक और आपातकालीन सेवाओं में डॉक्टरों ने काम करना शुरू कर दिया है लेकिन वे ओपीडी में काम नहीं कर रहे हैं. इस पर डॉक्टरों का कहना है कि वे आंशिक रूप से काम पर लौट आए हैं, इसलिए वे ओपीडी में काम नहीं करेंगे, वे केवल आवश्यक और आपातकालीन सेवाओं के लिए काम करेंगे।

लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है, 1 हफ्ते का इंतजार करते हैं

डॉक्टरों का कहना है कि ममता बनर्जी ने आश्वासन दिया है कि उनकी सभी मांगें पूरी की जाएंगी और जब तक मामले के आरोपियों को सजा नहीं मिल जाती, तब तक हड़ताल पूरी तरह खत्म नहीं होगी. 9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में महिला प्रशिक्षु डॉक्टरों के साथ हुई बर्बरता के विरोध में जूनियर डॉक्टरों ने काम करना बंद कर दिया।

वे पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए पिछले 41 दिनों से धरने पर थे. डॉक्टरों का कहना है कि न्याय के लिए उनकी लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। वे बंगाल सरकार द्वारा किए गए वादों को लागू करने के लिए एक सप्ताह तक इंतजार करेंगे और अगर इसे पूरा नहीं किया गया तो वे फिर से हड़ताल पर जाएंगे। डॉक्टरों की मांग है कि इस घटना में जान गंवाने वाले पीड़ित को न्याय मिलना चाहिए.

अगले 7 दिन तक करना होगा इंतजार वरना…

जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि हमारी मांग पर कोलकाता पुलिस आयुक्त, चिकित्सा शिक्षा निदेशक और स्वास्थ्य विभाग के निदेशक को हटा दिया गया है. राज्य के स्वास्थ्य सचिव एन.एस. निगम को हटाने और अस्पतालों में डराने-धमकाने की संस्कृति खत्म करने की हमारी मांग जारी है. हम स्वास्थ्य सचिव को हटाने की अपनी मांग पूरी होने के लिए अगले 7 दिनों तक इंतजार करेंगे, अन्यथा हम फिर से हड़ताल करेंगे.

आपको बता दें कि 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एक महिला डॉक्टर का शव मिला था. इसके बाद से जूनियर डॉक्टर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. पूरे मामले की जांच सीबीआई कर रही है. जांच एजेंसी इस पूरे मामले में अब तक आरजी कर हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल समेत कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.