जानिए क्यों शाहजहाँ ने ताजमहल बनवाया आगरा में?

Post

मुग़ल सम्राट शाहजहाँ ने आगरा में ताजमहल का निर्माण अपनी प्रियतमा मुमताज़ महल की याद में करवाया था। मुमताज़ महल की मृत्यु के बाद, शाहजहाँ ने उनकी याद में प्रेम और शोक का प्रतीक बनने वाला यह भव्य मकबरा बनवाया। ताजमहल को विश्व की सबसे खूबसूरत इमारतों में गिना जाता है और यह प्यार की अमर कहानी का प्रतीक है।

ताजमहल बनने का इतिहास और वजह

प्रेम का प्रतीक: मुमताज़ महल शाहजहाँ की तीसरी पत्नी थीं, जिनका निधन 1631 में बच्चे को जन्म देते हुए हुआ। उनकी याद में शाहजहाँ ने इस भव्य मकबरे का निर्माण शुरू किया।

स्थान: ताजमहल का निर्माण आगरा के यमुना नदी के किनारे किया गया ताकि इसकी सुंदरता और भव्यता और भी बढ़े।

निर्माण कार्य: इस पर करीब 22 वर्षों तक काम हुआ और लगभग 20,000 कारीगरों ने इसमें भाग लिया।

शिल्प कला: ताजमहल सफेद नक्काशीदार संगमरमर से बना है, जिसमें फारसी, मुस्लिम और भारतीय स्थापत्य कला का अद्भुत मिश्रण है।

मुगल स्थापत्य की चमत्कार: इस मकबरे में गुम्बद, मिनारें, और बागान जैसी दर्शनीयताएं शामिल हैं।

महत्त्वपूर्ण बातें

ताजमहल को UNESCO की विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है।

यह भारतीय स्थापत्य कला का गौरव और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है।

हर साल लाखों पर्यटक इसे देखने के लिए आगरा आते हैं।

ताजमहल को प्रेम और समर्पण का अमर स्मारक माना जाता है।

--Advertisement--

--Advertisement--