डायरिया एक सामान्य पाचन समस्या है, जो किसी को भी कभी भी प्रभावित कर सकती है। यह स्थिति बैक्टीरिया, पैरासाइट, लेक्टोज इनटोलरेंस या अन्य पाचन संबंधी दिक्कतों के कारण हो सकती है। आमतौर पर गर्मियों में बैक्टीरियल डायरिया अधिक देखने को मिलता है, लेकिन सर्दियों में वायरल डायरिया, खासतौर पर रोटावायरस से होने वाला डायरिया, लोगों को अधिक परेशान करता है।
अगर आपको भी ठंड के मौसम में बार-बार डायरिया की समस्या होती है, तो इसे नजरअंदाज न करें। आइए जानते हैं सर्दी में होने वाले डायरिया (Cold Diarrhea) के कारण और इससे बचने के कुछ कारगर उपाय।
सर्दियों में डायरिया के संभावित कारण
वायरल संक्रमण: ठंड के महीनों में रोटावायरस और नॉरोवायरस अधिक सक्रिय होते हैं, जिससे डायरिया की समस्या बढ़ सकती है।
कम पानी पीना: ठंड में प्यास कम लगती है, जिससे शरीर डिहाइड्रेट हो सकता है और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
भारी और तली-भुनी चीजें खाना: सर्दियों में गरम और ऑयली फूड ज्यादा खाने से पाचन तंत्र प्रभावित होता है।
कमजोर इम्यूनिटी: सर्दियों में इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है, जिससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
डायरिया से बचाव के लिए उपाय
हाइड्रेटेड रहें: दिनभर पर्याप्त मात्रा में गुनगुना पानी और हर्बल टी पिएं।
संतुलित आहार लें: फाइबर और प्रोबायोटिक्स से भरपूर फूड्स जैसे दही, केला, दलिया और हरी सब्जियां खाएं।
हाइजीन का ध्यान रखें: खाने से पहले और टॉयलेट के बाद हाथ धोएं ताकि इंफेक्शन से बचा जा सके।
हल्का भोजन करें: तली-भुनी चीजों से बचें और हल्का, सुपाच्य भोजन करें।
इंफेक्शन से बचें: बाहर का खाना और दूषित पानी पीने से बचें।