पीरियड्स का हर महीने सही समय पर आना महिलाओं के स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण संकेत होता है। लेकिन इररेगुलर पीरियड्स (अनियमित मासिक धर्म) एक समस्या बन सकती है, जिसे अक्सर कम उम्र में हल्के में लिया जाता है। यह समस्या भविष्य में प्रेग्नेंसी और अन्य स्वास्थ्य जटिलताओं का कारण बन सकती है। आइए जानते हैं, पीरियड्स के नियमित न आने की 7 संभावित आदतें और कारण।
1. सोने के समय में गड़बड़ी
- समस्या:
अगर आपकी स्लीप साइकल गड़बड़ है और आप रोजाना अलग-अलग समय पर सोती हैं, तो यह मेलाटोनिन और कार्टिसोल हार्मोन को डिस्टर्ब कर सकता है। - प्रभाव:
- रिप्रोडक्टिव हार्मोंस का बैलेंस बिगड़ता है।
- इससे पीरियड्स साइकल पर नकारात्मक असर पड़ता है।
- समाधान:
- हर दिन एक निश्चित समय पर सोने और जागने की आदत डालें।
2. हर समय स्ट्रेस में रहना
- समस्या:
बार-बार स्ट्रेस लेना आपके कार्टिसोल लेवल को बढ़ा सकता है, जो हाइपोथैलेमस (हार्मोन को नियंत्रित करने वाला हिस्सा) पर असर डालता है। - प्रभाव:
- हार्मोनल इम्बैलेंस के कारण पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं।
- समाधान:
- मेडिटेशन, योग, और डी-स्ट्रेसिंग एक्टिविटीज का सहारा लें।
3. हाई कार्ब फूड का अधिक सेवन
- समस्या:
अगर आप मैदे, कॉर्नस्टार्च, और हाई कार्ब फूड्स का अधिक सेवन करती हैं, तो यह आपके शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ा सकता है। - प्रभाव:
- एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन का बैलेंस बिगड़ जाता है।
- यह पीरियड्स साइकल पर नकारात्मक प्रभाव डालता है।
- समाधान:
- हेल्दी फूड्स जैसे साबुत अनाज, हरी सब्जियां और प्रोटीन युक्त डाइट लें।
4. लो फिजिकल एक्टिविटी
- समस्या:
अगर आप सोचती हैं कि स्लिम-ट्रिम रहने के बाद आपको फिजिकल एक्टिविटी की जरूरत नहीं है, तो यह गलतफहमी हो सकती है। - प्रभाव:
- कम शारीरिक गतिविधियों से एस्ट्रोजन लेवल बढ़ सकता है।
- यह आपके मेंस्ट्रुअल साइकल को डिस्टर्ब कर सकता है।
- समाधान:
- नियमित रूप से व्यायाम करें, जैसे योग, दौड़ना या वॉकिंग।
5. हार्मोनल डिसऑर्डर
- समस्या:
पीसीओडी (पॉलीसिस्टिक ओवरी डिजीज) और अन्य हार्मोनल समस्याएं मासिक धर्म को प्रभावित करती हैं। - प्रभाव:
- इस स्थिति में एंड्रोजन और इंसुलिन का स्तर बिगड़ जाता है, जिससे पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं।
- समाधान:
- डॉक्टर से परामर्श लें और अपने खानपान में बदलाव करें।
6. लगातार बैठे रहने की आदत
- समस्या:
घंटों तक बैठे रहना न केवल वजन बढ़ाता है, बल्कि एस्ट्रोजन लेवल को भी बढ़ा सकता है। - प्रभाव:
- इससे मासिक धर्म चक्र में अनियमितता आ सकती है।
- समाधान:
- नियमित रूप से ब्रेक लें और हर घंटे थोड़ी देर चलें।
7. विटामिन डी और आयरन की कमी
- समस्या:
शरीर में विटामिन डी और आयरन की कमी हार्मोन उत्पादन को प्रभावित करती है। - प्रभाव:
- विटामिन डी में कमी से मासिक धर्म चक्र अनियमित हो सकता है।
- समाधान:
- आयरन और विटामिन डी युक्त फूड्स जैसे दूध, अंडा, और हरी सब्जियों का सेवन करें।