वर्तमान समय में बिगड़ती जीवनशैली और खान-पान की गलत आदतें मानव स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल रही हैं, जिसके कारण कम उम्र में ही लोगों को पेट संबंधी गंभीर समस्याएं होने का खतरा रहता है। दरअसल, लगभग हर बीमारी की शुरुआत पेट से होती है, इसलिए फिट रहने के लिए जरूरी है कि आप अपनी डाइट में बदलाव करें और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं। आजकल पेट में भारीपन होना एक आम समस्या है जिसका सामना कई बार लोगों को करना पड़ता है। पेट के भारीपन के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें खान-पान से लेकर जीवनशैली तक शामिल हैं। इस लेख में रामहंस चैरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्री शर्मा पेट के भारीपन के मुख्य कारण और इससे बचने के उपाय के बारे में बता रहे हैं।
पेट में भारीपन क्यों रहता है? पेट में भारीपन क्यों रहता है?
डॉ. श्रेय शर्मा ने कहा कि आजकल लोग दिन में 3 से 4 बार खाना खाते हैं और उसमें भी तला-भुना और मसालेदार खाना खाते हैं. जबकि स्वस्थ रहने के लिए दिन में केवल 2 बार ही भोजन करना चाहिए। इसके साथ ही आहार में अनाज की मात्रा कम और फल और सब्जियों का अधिक सेवन करना चाहिए।
1). जब कोई व्यक्ति एक साथ बहुत अधिक खाना खाता है तो पाचन तंत्र उसे ठीक से पचा नहीं पाता है, जिससे पेट में भारीपन महसूस होता है। खासतौर पर यह समस्या तब बढ़ जाती है जब लोग अधिक तैलीय और मसालेदार भोजन का सेवन करते हैं।
2). कई बार लोगों को कब्ज की समस्या हो जाती है जिसके कारण आंतों में मल जमा हो जाता है, जिससे पेट में भारीपन महसूस होता है। आहार में फाइबर की कमी और कम पानी पीना कब्ज का मुख्य कारण है।
3). बाजार में मिलने वाले जंक फूड और तैलीय तले हुए भोजन का सेवन करने से पेट में भारीपन की शिकायत हो जाती है।
- तनाव और चिंता के कारण भी पेट में भारीपन हो सकता है। जब कोई व्यक्ति तनावग्रस्त होता है, तो पाचन तंत्र ठीक से काम नहीं करता है, जिससे भारीपन और परेशानी होती है।
5). जो लोग व्यायाम और योग नहीं करते और पूरे दिन एक ही स्थिति में काम करते हैं, उन्हें भी पेट में भारीपन की समस्या हो सकती है।
पेट के भारीपन को रोकने के उपाय
1). पेट में भारीपन की समस्या से छुटकारा पाने के लिए जरूरी है कि आप अपने आहार में अनाज के साथ-साथ ज्यादा से ज्यादा फल और सब्जियों का सेवन करें। इससे पाचन क्रिया सामान्य रहती है और पेट भारी नहीं लगता।
2). भोजन करते समय भरपेट न खाएं, बल्कि भूख से कम खाएं। जिससे पाचन तंत्र पर दबाव कम पड़े और खाना आसानी से पच जाए।
3). खाना धीरे-धीरे और अच्छे से चबाकर खाएं। इससे भोजन पचने में मदद मिलती है और गैस व सूजन की समस्या कम हो जाती है।
4). खाने के साथ पानी न पियें बल्कि खाना खाने के 1 घंटा पहले या 1 घंटा बाद तक पानी पी सकते हैं। इसके अलावा अपने आहार में सूखी सब्जियों की जगह रसदार सब्जियां खाएं।
- तैलीय और मसालेदार भोजन से बचें। ऐसा इसलिए क्योंकि इसे पचाना मुश्किल होता है और पेट में भारीपन हो सकता है।
6). तनाव को प्रबंधित करने के लिए ध्यान, योग और व्यायाम का अभ्यास करें। इससे पाचन तंत्र को ठीक से काम करने में मदद मिलती है।
7). दही और छाछ जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें जो प्रीबायोटिक्स और प्रोबायोटिक्स से भरपूर हों। यह पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है और पेट में भारीपन को कम करता है।