FASTag नियमों में बड़ा बदलाव: जानें क्या हैं नए नियम और कैसे बचें जुर्माने से

Fastag

अगर आप FASTag (फास्टैग) का इस्तेमाल करते हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। सोमवार से फास्टैग से जुड़े नए नियम लागू हो गए हैं, जिनका पालन करना सभी वाहन चालकों के लिए अनिवार्य होगा।

सड़क परिवहन मंत्रालय ने टोल प्लाजा पर भीड़ और देरी को कम करने के लिए FASTag सिस्टम को और अधिक प्रभावी बनाने का फैसला किया है। नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा FASTag नियमों में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं, जो अब प्रभावी हो चुके हैं। इन बदलावों का मकसद टोल कलेक्शन को आसान बनाना और हाईवे पर ट्रैफिक को बिना किसी रुकावट के तेज़ी से आगे बढ़ाना है।

आइए जानते हैं कि FASTag से जुड़े नए नियम क्या हैं और इनका आपकी यात्रा पर क्या असर पड़ेगा।

FASTag के नए नियम: क्या बदला है?

1. ब्लैकलिस्ट, बंद या निष्क्रिय FASTag के लिए नई शर्तें

अब अगर आपका FASTag ब्लैकलिस्टेड, बंद या निष्क्रिय है, तो टोल प्लाजा पर आपको परेशानी हो सकती है।

 टोल बूथ पार करने से कम से कम 60 मिनट पहले FASTag को रिचार्ज करवाना अनिवार्य होगा।
 टोल पार करने के 10 मिनट बाद तक भी रिचार्ज किया जा सकता है, लेकिन अगर निर्धारित समय के भीतर पेमेंट नहीं किया गया, तो दोगुना टोल चार्ज लगेगा।
 दोपहिया वाहनों को छोड़कर सभी वाहनों पर FASTag अनिवार्य है।

अगर आपका FASTag इनएक्टिव है, तो टोल पार करने से पहले ही इसे चेक और रिचार्ज कर लें, ताकि अतिरिक्त शुल्क से बचा जा सके।

2. FASTag में बैलेंस कम होने पर मिलेगी सख्त सजा

नए नियमों के अनुसार, अगर किसी वाहन में FASTag लगा है, लेकिन उसमें पर्याप्त बैलेंस नहीं है या वह ब्लैकलिस्टेड है, तो:

 उसे टोल प्लाजा से गुजरने की अनुमति नहीं मिलेगी।
 यदि कोई व्यक्ति बिना पर्याप्त बैलेंस के टोल पार करने की कोशिश करता है, तो उसे जुर्माना भरना पड़ सकता है।
यह नया नियम लोगों को समय पर FASTag रिचार्ज करने के लिए प्रोत्साहित करेगा और टोल प्लाजा पर ट्रैफिक जाम को रोकने में मदद करेगा।

टोल पर बेवजह रुकने से बचने के लिए हमेशा यह सुनिश्चित करें कि आपके FASTag में पर्याप्त बैलेंस हो।

3. टोल प्लाजा पर देरी से बचाने के लिए नई व्यवस्था

कई बार FASTag में बैलेंस की कमी के कारण टोल प्लाजा पर गाड़ियों की लंबी कतारें लग जाती हैं, जिससे जाम की स्थिति पैदा हो जाती है। इसे रोकने के लिए NHAI (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) ने कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं:

 वाहन चालकों को कम बैलेंस का अलर्ट मिलने पर तुरंत रिचार्ज करने का मौका मिलेगा।
टोल प्लाजा पार करने के 15 मिनट बाद तक पेमेंट पूरा नहीं हुआ तो अतिरिक्त चार्ज देना होगा।
 नए नियमों का उद्देश्य FASTag ट्रांजैक्शन को फेल होने से बचाना और टोल प्रक्रिया को तेज बनाना है।

अगर आपके FASTag में बैलेंस नहीं है, तो उसे तुरंत रिचार्ज करें, ताकि हाईवे पर यात्रा में कोई रुकावट न आए।

FASTag नियमों का पालन क्यों जरूरी है?

FASTag को लेकर सरकार लगातार सख्त रुख अपना रही है। अगर वाहन चालक इन नए नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो उन्हें दोगुना टोल भरने के साथ-साथ अन्य दंड का भी सामना करना पड़ सकता है।

✔ टोल प्लाजा पर ट्रैफिक जाम कम होगा।
✔ यात्रियों को तेजी से टोल पार करने की सुविधा मिलेगी।
✔ कैशलेस पेमेंट सिस्टम को बढ़ावा मिलेगा।
✔ भविष्य में हाईवे पर पेमेंट सिस्टम और अधिक डिजिटल और ऑटोमेटेड होगा।

FASTag अब सिर्फ एक सुविधा नहीं, बल्कि एक अनिवार्यता बन चुका है। इससे टोल भुगतान में पारदर्शिता बनी रहेगी और वाहन चालकों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।