बेंगलुरु पर ट्विटर वॉर के बाद DK शिवकुमार से मिलने उनके घर पहुंचीं किरण मजूमदार-शॉ, बंद कमरे में हुई बात

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News India Live, Digital Desk: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के खस्ताहाल इन्फ्रास्ट्रक्चर को लेकर ट्विटर पर हुई तीखी नोकझोंक के कुछ ही दिनों बाद, बायोकॉन (Biocon) की चेयरपर्सन और दिग्गज उद्योगपति किरण मजूमदार-शॉ मंगलवार को उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार से मिलने उनके आवास पर पहुंचीं. इस मुलाकात के बाद से कर्नाटक के सियासी और औद्योगिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है.

क्या था पूरा मामला?

इस विवाद की शुरुआत कुछ दिन पहले हुई जब किरण मजूमदार-शॉ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर बेंगलुरु की सड़कों की खराब हालत, ट्रैफिक जाम और गड्ढों को लेकर सरकार की आलोचना की थी. उन्होंने शहर के इन्फ्रास्ट्रक्चर पर सवाल उठाते हुए एक पोस्ट किया था, जो देखते ही देखते वायरल हो गया.

उनके इस पोस्ट पर कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री और बेंगलुरु के विकास मंत्री, डीके शिवकुमार ने तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने किरण मजूमदार-शॉ को टैग करते हुए जवाब दिया था कि वे सिर्फ सोशल मीडिया पर लिखने के बजाय ज़मीनी हकीकत को समझने की कोशिश करें और सरकार के प्रयासों को भी देखें. उन्होंने यह भी कहा था कि नकारात्मकता फैलाने से कुछ नहीं होगा.

दोनों दिग्गजों के बीच हुई यह ऑनलाइन बहस राष्ट्रीय सुर्खियों में आ गई थी.

'चाय पर चर्चा' या सुलह की कोशिश?

इस 'ट्विटर वॉर' के बाद मंगलवार को किरण मजूमदार-शॉ का सीधे डीके शिवकुमार के घर पहुंचना कई मायनों में अहम माना जा रहा है. हालांकि, दोनों तरफ से इसे एक "शिष्टाचार मुलाकात" बताया जा रहा है, लेकिन सूत्रों का मानना है कि बंद कमरे में दोनों के बीच शहर के इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई.

माना जा रहा है कि डीके शिवकुमार ने उद्योग जगत की चिंताओं को सुना और सरकार की योजनाओं के बारे में भी बताया. वहीं, किरण मजूमदार-शॉ ने भी बेंगलुरु को एक विश्वस्तरीय शहर बनाने के लिए अपने सुझाव दिए होंगे.

इस मुलाकात को अब सरकार और उद्योग जगत के बीच तल्खी कम करने और मिलकर शहर की समस्याओं का समाधान खोजने की एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा रहा है. अब देखना यह दिलचस्प होगा कि इस 'शांति वार्ता' का बेंगलुरु की सड़कों पर कितना असर दिखाई देता है.

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