अपने ऑफिस में रखें ये 5 चीजें, तेजी से बढ़ेगा कारोबार, मां लक्ष्मी रहेंगी मेहरबान

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Office Vastu Tips: कोई भी नया बिजनेस शुरू करने से पहले हम कई बातों का ध्यान रखते हैं, लेकिन फिर भी बिजनेस में बढ़ोतरी नहीं हो पाती है. कई बार काफी मेहनत के बाद भी बिजनेस ठप हो जाता है और हम उतना मुनाफा नहीं कमा पाते जितनी मेहनत करते हैं. इसके पीछे वास्तु दोष भी एक बड़ा कारण हो सकता है. वास्तु शास्त्र में ऐसे कई उपाय बताए गए हैं जो बिजनेस में बढ़ोतरी करते हैं.

जीवन में सफलता पाने के लिए हम बहुत मेहनत करते हैं, लेकिन कुछ कारणों से हम सफलता से वंचित रह जाते हैं। जीवन को खुशहाल बनाने में वास्तु शास्त्र बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। घर, ऑफिस, व्यापार, दुकान आदि के लिए वास्तु के नियम बताए गए हैं।

इन जगहों पर जब वास्तु दोष होता है तो इसका स्वास्थ्य, आय, व्यापार, नौकरी आदि पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। अगर आपका व्यापार आगे नहीं बढ़ रहा है, आपको सफलता नहीं मिल रही है तो आप एक बार कुछ वास्तु उपाय आजमा सकते हैं। ऐसा करने से आपको सफलता मिल सकती है।

व्यवसाय वृद्धि उपकरण

हिंदू धर्म में पूजा-पाठ में यंत्रों को विशेष महत्व दिया गया है। कहा जाता है कि यंत्रों की पूजा करने से सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इनकी पूजा करने से आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है। अगर आप व्यापार में सफलता चाहते हैं तो व्यापार वृद्धि यंत्र की पूजा कर सकते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार शुभ मुहूर्त देखकर इसे स्थापित करें। रोजाना इसकी पूजा करने से व्यापार में वृद्धि होगी।

उत्तर दिशा को दोष मुक्त बनाएं

वास्तु शास्त्र के अनुसार धन के देवता कुबेर का स्थान उत्तर दिशा में होता है। अगर घर की उत्तर दिशा में दोष हो तो व्यक्ति की बुद्धि ठीक से काम नहीं करती और वह समय पर निर्णय लेने में असहजता महसूस करता है। ऐसे में व्यक्ति की आर्थिक उन्नति में बाधाएं आती हैं। इसलिए उत्तर दिशा को दोष मुक्त रखना चाहिए, ताकि व्यापार में उन्नति हो सके। वास्तु के अनुसार उत्तर दिशा की दीवार पर हरे रंग के तोते की तस्वीर जरूर लगानी चाहिए। हरा रंग बुध का रंग है।

श्वेतार्क गणपति

यदि व्यापार स्थल पर किसी भी प्रकार की समस्या हो तो वहां श्वेतार्क गणपति एवं एकाक्षी श्रीफल स्थापित करें तथा फिर धूप, दीप आदि से नियमित पूजा करें तथा सप्ताह में एक बार मिठाई का भोग लगाएं तथा प्रसाद को अधिक से अधिक लोगों में बांट दें।

शयन कक्ष में चित्र

वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर आप खाद्य पदार्थों से जुड़ा व्यापार करते हैं तो अपने शयन कक्ष में गाय की मूर्ति रखें। अगर आप इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से जुड़ा व्यापार करते हैं तो व्यापार में वृद्धि के लिए अपने कमरे में क्रिस्टल रखें। जो लोग चिकित्सा के क्षेत्र में काम करते हैं उन्हें अपने कमरे में सूर्य नारायण की तस्वीर लगानी चाहिए।

ऑफिस में कछुआ रखें

वास्तु विशेषज्ञ नितिका शर्मा ने बताया कि वास्तु शास्त्र के अनुसार ऑफिस में धातु का कछुआ रखना भी लाभकारी होता है। ऑफिस में कछुआ रखने से व्यापार में आर्थिक लाभ के साथ-साथ सफलता भी मिलती है। साथ ही रुके हुए काम भी जल्दी पूरे होते हैं।

रंग

वास्तु शास्त्र के अनुसार, आप अपने ऑफिस, दुकान या फैक्ट्री में सफेद, क्रीम या हल्के रंगों का इस्तेमाल कर सकते हैं। ये रंग सकारात्मकता लाते हैं, जो तरक्की में सहायक माने जाते हैं।

मेहराब

घर, ऑफिस, दुकान या फैक्ट्री में उत्तर दिशा कुबेर की मानी जाती है, इसलिए आपको अपना कैश काउंटर या तिजोरी उत्तर दिशा में ही रखनी चाहिए, इससे आर्थिक लाभ की संभावना बढ़ जाएगी।

दरवाजा

कार्यालय और कार्यस्थल में दरवाजे अंदर की ओर खुलने चाहिए। साथ ही, खिड़कियां, दरवाजे, अलमारी आदि सभी चीजें अच्छी स्थिति में होनी चाहिए और टूटी हुई नहीं होनी चाहिए। अगर वे क्षतिग्रस्त हैं, तो उनकी मरम्मत करवा लें। कार्यालय के मीटिंग हॉल में आयताकार टेबल का उपयोग करें। इसी तरह की टेबल का उपयोग दुकानों आदि में भी किया जा सकता है।

सौभाग्य के प्रतीक

वास्तु विशेषज्ञ नितिका शर्मा ने बताया कि व्यापार में उन्नति के लिए आप अपनी टेबल पर श्रीयंत्र, व्यापार वृद्धि यंत्र, क्रिस्टल कछुआ, क्रिस्टल बॉल, हाथी आदि रख सकते हैं। ये शुभता के प्रतीक हैं, इससे उन्नति के लिए सकारात्मक वातावरण बनता है।

शंख

वास्तु विशेषज्ञ नितिका शर्मा ने बताया कि व्यापार में तरक्की के लिए आपको अपने कार्यस्थल पर पंचजन्य शंख स्थापित करना चाहिए और नियमित रूप से विधि-विधान से इसकी पूजा करनी चाहिए। इससे आपको लाभ होगा। शंख को देवी लक्ष्मी का भाई माना जाता है क्योंकि दोनों की उत्पत्ति समुद्र मंथन से हुई थी। शंख की पूजा करने से देवी लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं।

मुँह

यदि कार्यस्थल पर व्यवसायी का कमरा दक्षिण-पश्चिम दिशा में हो और वह उत्तर दिशा की ओर मुंह करके बैठे तो यह सबसे अच्छा रहता है। जहां वह बैठता है उसके ठीक पीछे एक ठोस दीवार होनी चाहिए। वहां कोई कांच की दीवार या खिड़की नहीं होनी चाहिए।

मुख्य प्रवेश द्वार

ऑफिस का मुख्य द्वार उत्तर दिशा में हो तो बहुत अच्छा रहता है। मुख्य द्वार उत्तर-पश्चिम या उत्तर-पूर्व दिशा में होना भी अच्छा माना जाता है। मुख्य द्वार के सामने कोई अवरोध नहीं होना चाहिए। इससे कार्यस्थल पर सकारात्मक ऊर्जा आती है और तरक्की होती है।