Karwa Chauth Puja 2025 : सुबह की सरगी से शाम की चौकी तक, एक भी स्टेप न हो मिस
News India Live, Digital Desk: Karwa Chauth Puja 2025 : करवा चौथ का दिन हर सुहागिन महिला के लिए खास होता है. यह दिन पति की लंबी उम्र और वैवाहिक सुख के लिए समर्पित होता है. इस पवित्र व्रत को पूरे विधि-विधान से निभाना बहुत ज़रूरी है, ताकि पूजा का पूरा फल मिल सके. आइए, जानते हैं करवा चौथ की सुबह से लेकर शाम की पूजा तक की पूरी विधि:
सुबह ऐसे करें दिन की शुरुआत:
करवा चौथ के दिन सूरज निकलने से पहले ही जाग जाएं. ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सबसे पहले अच्छे से स्नान कर लें. स्नान के बाद 'सरगी' (सूर्योदय से पहले खाया जाने वाला भोजन) का सेवन ज़रूर करें, ताकि पूरे दिन एनर्जी बनी रहे. फिर अपने देवी-देवताओं को हाथ जोड़कर प्रणाम करें और पूरे मन से करवा चौथ का व्रत रखने का संकल्प लें. यह संकल्प आपको दिन भर के उपवास के लिए मानसिक शक्ति देगा.
शाम की पूजा: एक-एक चीज़ ध्यान से करें!
शाम को जब पूजा का शुभ मुहूर्त आए, तो पूरे भक्ति भाव से पूजा की तैयारी शुरू करें.
- पूजा का स्थान: सबसे पहले अपने पूजा स्थान पर गेरू से अच्छी तरह लेप लगाकर एक फलक (छोटी जगह) तैयार कर लें. अब इस फलक पर चावल के आटे से माँ करवा का सुंदर चित्र बनाएँ. अगर हाथ से चित्र बनाना मुश्किल लगे, तो कोई बात नहीं! आजकल बाज़ार में इसके सुंदर प्रिंटेड कैलेंडर भी आसानी से मिल जाते हैं, आप उनका भी इस्तेमाल कर सकती हैं.
- गणेश जी से शुरुआत: हर शुभ कार्य की तरह, करवा चौथ की पूजा भी भगवान श्री गणेश को प्रणाम करके ही शुरू करें. अपने पूजा स्थल पर एक चौकी रखें और उस पर भगवान शिव, माता पार्वती और उनकी गोद में बैठे प्रभु गणेश की सुंदर प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें.
- करवा कैसे सजाएं: अब पूजा के लिए एक मिट्टी का करवा लें, उसमें पवित्र जल भरें और उसे पूजा स्थान पर स्थापित करें. वायना (यानी, भेंट चढ़ाने) के लिए एक और मिट्टी का करवा लें, जिसकी एक छोटी टोंटी (टोंटीदार करवा) हो. इस करवा में आपको गेहूँ भरना है और इसके ढक्कन में शक्कर का बूरा (पिसी हुई चीनी) भर दें. इस पूरे करवे के ऊपर अपनी क्षमता अनुसार दक्षिणा यानी कुछ पैसे ज़रूर रखें. आखिर में, इस करवे पर शुभता के प्रतीक स्वस्तिक का चिह्न भी ज़रूर बनाएं.
इस तरह आप विधिपूर्वक अपनी करवा चौथ की पूजा की शुरुआत कर सकती हैं!
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