कारगिल युद्ध भारतीय रक्षा तैयारियों के लिए बहुत बड़ी सीख : कर्नल विशु भटनागर

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प्रयागराज, 26 जुलाई (हि.स.)। कारगिल युद्ध भविष्य की भारतीय रक्षा तैयारियों के लिए बहुत बड़ी सीख के रूप में सामने आई है। इस युद्ध ने बहुत सारे सैन्य आयामों को विस्तारित करते हुए भारतीय सैन्य शक्ति की नींव को मजबूती प्रदान की। आज भारतीय सेना वैश्विक परिप्रेक्ष्य में निरन्तर अपनी प्रासंगिकता को कायम रखते हुए आत्मनिर्भर बनने की ओर अग्रसर है।

उक्त विचार बतौर मुख्य वक्ता सेलेक्शन सेण्टर ईस्ट प्रयागराज के कर्नल विशु भटनागर ने कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज के रक्षा अध्ययन विभाग एवं जम्मू कश्मीर अध्ययन केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित विशेष व्याख्यान में व्यक्त किया।

उन्होंने कारगिल के स्थानीय नागरिकों द्वारा कारगिल के विभिन्न सुरक्षा चौकियों को पाकिस्तानी सेना के रूप में छद्म आतंकियों की उपस्थिति से लेकर 26 जुलाई 1999 में युद्ध विराम तक विभिन्न घटनाओं का वर्णन किया। उनके अनुसार टोलोलिंग, टाइगरहिल, द्रास, कारगिल एवं बटालिक पर भारतीय सेना द्वारा किया गया प्रत्याक्रमण एवं नियन्त्रण भारतीय सैन्य इतिहास के दृष्टिकोण से अत्यन्त महत्वपूर्ण है।

डॉ मनोज कुमार दूबे ने बताया कि रक्षा अध्ययन विभाग के संयोजक डॉ धीरेन्द्र द्विवेदी ने अतिथियों का स्वागत एवं विषय प्रवर्तन किया। संचालन विभाग के शोधार्थी विशाल दीक्षित एवं धन्यवाद ज्ञापन विभाग के सहायक आचार्य डॉ उदय प्रताप सिंह ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के शिक्षकगण डॉ. मान सिंह, डॉ. अनुजा सलूजा, डॉ. शिवहर्ष सिंह, डॉ. मानवेन्द्र वर्मा, डॉ. महेन्द्र, डॉ. अश्विनी देवी, डॉ. शाइस्ता इरशाद, डॉ. शिखा श्रीवास्तव, डॉ. अरविन्द मिश्रा, डॉ. प्रियंका एवं रक्षा अध्ययन विभाग के शोध छात्रों के अतिरिक्त बड़ी संख्या में स्नातक एवं परास्नातक छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रहे।