चुकंदर और गाजर से बनी कांजी है सेहत गुणों का खजाना, जानिए इसे पीने के फायदे

नई दिल्ली: गाजर और चुकंदर से बनी कांजी एक तरह का किण्वित प्रोबायोटिक पेय है, जो न सिर्फ सेहत बल्कि स्वाद से भी भरपूर है। वैसे भी गाजर और चुकंदर कई पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। यही कारण है कि इससे बनी कांजी का खट्टा-मीठा स्वाद न सिर्फ हमारे मुंह का स्वाद बरकरार रखने में मदद करता है, बल्कि आंतों के स्वास्थ्य को भी अच्छा बनाए रखने में मदद करता है।

इसका उपयोग आंत में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। यह हमारे पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है और आंत के स्वास्थ्य को बनाए रखना आसान बनाता है। गाजर और चुकंदर से बनी कांजी हमारे शरीर की कई बीमारियों को दूर करने में भी मदद करती है। इसे ऐसे ही पीने से हमें कई फायदे मिलते हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में.

गाजर और चुकंदर के कांजी के फायदे-

पोषण से भरपूर

गाजर बीटा कैरोटीन और विटामिन ए, सी, के और जिंक से भरपूर होती है। चुकंदर एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन सी से भरपूर होता है। इससे बनी कांजी पोषक तत्वों का खजाना है।

इम्यून सिस्टम मजबूत होता है

इसके सेवन से हमारे शरीर में इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, जिससे हम बदलते मौसम या किसी भी तरह के संक्रमण से बचे रहते हैं और कम बीमार पड़ते हैं।

पाचन क्रिया बेहतर होती है

इस ड्रिंक को पीने से हमारा पाचन तंत्र मजबूत होता है, जिससे हमें पेट संबंधी समस्याओं से राहत मिलती है।

ऊर्जा का स्तर बढ़ता है

गाजर और चुकंदर का कांजी पीने से हम पूरा दिन ऊर्जावान बने रहते हैं.

वजन नियंत्रित रखता है

इस ड्रिंक को पीने से वजन कंट्रोल में रहता है और मेटाबॉलिज्म भी बढ़ता है।

कांजी कैसे बनाये

इसे बनाने के लिए पानी उबालें और गाजर और चुकंदर को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें. – इसके बाद जब पानी ठंडा हो जाए तो इसे एक कांच के जार में डालें और इसमें गाजर और चुकंदर के टुकड़े, जीरा, काला नमक, सरसों का पाउडर डालें और मलमल के कपड़े से ढक दें. 4-5 दिन बाद इसे हिलाकर चखें, अगर यह खट्टा हो जाए तो इसका मतलब है कि कांजी तैयार है.