कैथल,15 जून (हि.स. )। रविवार को देशभर में गंगा दशहरा मनाया जाएगा। लाखों श्रद्धालु इस दिन गंगा में स्नान और ध्यान कर सुख शांति के साथ मोक्ष की कामना करेंगे। इस दिन भगवान शिव के साथ गंगा की पूजा अर्चना भी होगी।
इस दिन 100 साल बाद चार शुभ योग हस्त नक्षत्र, सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग और रवि योग का अद्भुत संयोग होगा। इसी के साथ हस्त नक्षत्र भी लग रहा है। इन शुभ योगों में स्नान करने से आपके पुण्य का फल कई गुना बढ़ता है।
इन सभी शुभ योगों के बनने से मिथुन, सिंह, कुंभ व मेष राशियों के लोगों के जीवन में सुखद बदलाव आ सकते हैं। बता दें कि, पुराणों के अनुसार हस्त नक्षत्र में ही मां गंगा धरती पर उतरी थीं। इसके अलावा इसी दिन लक्ष्मी नारायण योग का निर्माण हो रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के दिन गंगा दशहरा का पर्व मनाया जाता है। इस दिन मां गंगा की विशेष उपासना की जाती है और पवित्र गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगाई जाती है।
तिथि और मुहूर्त: दशमी तिथि आरंभ 16 जून, रविवार रात 02 बजकर 32 मिनट से शुरू, दशमीं तिथि समापन: 17 जून, सोमवार सुबह 04 बजकर 34 मिनट तक। पूजा का समय: 16 जून, रविवार सुबह 7 बजकर 08 मिनट से, सुबह 10 बजकर 37 मिनट तक
एकादशी व्रत 18 जून को
ज्योतिषाचार्य पंडित रामराज कौशिक बताते हैं कि इस साल गगा दशहरा 16 जून को मनाया जाएगा, लेकिन एकादशी व्रत 17 जून को नहीं बल्कि 18 जून को रखा जाएगा। इस साल एकादशी की तिथि 17 जून 2024 को प्रात: 4 बजकर 43 मिनट से शुरू हो जाएगी और अगले दिन 18 जून को सुबह 6 बजकर 24 मिनट तक रहेगी। इसलिए उदया तिथि के आधार पर निर्जला एकादशी का व्रत 18 जून मंगलवार को रखा जाएगा।