हिसार, 22 मई (हि.स.)। जिले के एक मात्र अग्रोहा मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की मनमानी के खिलाफ बुुधवार को जूनियर डॉक्टर धरने पर चले गए। डॉक्टरों का कहना है कि वे कई दिनों से प्रबंधन के समक्ष मांगे व समस्याएं रख रहे हैं लेकिन प्रबंधन टस से मस नहीं हो रहा और धमकाया भी जा रहा है। इन जूनियर डाक्टरों ने यह भी आरोप लगाया है कि मेडिकल प्रशासन सुविधाओं के नाम पर उनसे अनाप-शनाप वसूली कर रहा है, जबकि उनको भोजन भी शुद्ध व स्वच्छ नहीं मिल रहा।
अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में धरने पर बैठे डॉक्टरों ने बताया कि वे मेडिकल कैंपस रहते हैं। उनके रूम का किराया जहां पहले 3500 रुपए था, उसे बढ़ाकर अब 10 हज़ार रुपये कर दिया गया है। रूम में लगे एसी का बिल अब 3700 रुपए की बजाय उनसे 10 हज़ार रुपए वसूला जा रहा है। प्रबंधन ने उन्हें कहा है कि चाहे गर्मी हो सर्दी, उन्हें एसी का 10 हज़ार रुपए बिल देना ही पड़ेगा।
डॉक्टरों ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में बनी मेस में उन्हें अनहाइजीनिक खाना दिया जाता है। मेस में काम करने वाले कर्मी साफ सफाई का बिल्कुल ध्यान नहीं रखते। बर्तनों-पतीलों आदि में कुत्ते, बिल्ली आदि बैठे रहते हैं। उन्हीं बर्तनों में बिना साफ किए खाना बना दिया जाता है। डॉक्टरों का कहना है कि जहां मेस में गंदगी की भरमार है, वहीं मेस के साथ में ही टॉयलेट बना है। जहां मेस में काम करने वाले कर्मी टॉयलेट आदि जाते हैं और बिना हाथ आदि धोए खाना बनाने का काम करते हैं। वे पांव से आटा गूंथते हैं। डॉक्टरों ने बताया कि खाने के नाम पर उनसे 3400 रुपए प्रति माह वसूला जाता है, चाहे वे खाना खाएं ना खाएं।
धरने पर बैठे डॉक्टरों का आरोप है कि उनको जो भोजन दिया जा रहा है, उसको पकाने में स्वच्छता का कोई ध्यान नहीं दिया जाता। डॉक्टरों ने कहा कि वे डाइट के हिसाब से पैसे देना चाहते हैं, परंतु मेडिकल प्रशासन ने इसे नहीं माना। उन्हें पूरे महीने के खाने के पैसे देने पड़ रहे हैं। जब उनकी बात नहीं सुनी गई तो तंग आकर उन्हें धरने पर बैठना पड़ा। उन्होंने अपनी समस्या मेडिकल प्रशासन निदेशक को लिखित में दी, जिसे मानने से इनकार कर दिया। डॉक्टरों ने कहा कि जब तक उनकी मांग पूरा नहीं होती वे धरने से नहीं उठेंगे।