जींद: डीसी ने सरपंच एसोसिएशन के खंड प्रधानों के साथ किया पेयजल समस्या को लेकर मंथन

जींद, 4 जुलाई (हि.स.)। डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने गुरुवार को खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय के सभागार में जिला के सरपंच एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। उन्होंने विशेषतौर पर गांवों में पेयजल आपूर्ति की स्थिति के बारे में जानकारी ली। इस पर सरपंच एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने डीसी को गांवों में स्वच्छ व पर्याप्त मात्रा में पेयजल आपूर्ति नहीं होने की समस्या रखी।

डीसी ने बैठक में मौजूद जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे तुरंत प्रभाव से प्रत्येक गांवों में पेयजल आपूर्ति में आ रही रूकावटों की रिपोर्ट तैयार करें ताकि उसके समाधान के लिए उचित कार्रवाई करें। उन्होंने सख्त निर्देश दिए ग्रामीणों को स्वच्छ और पर्याप्त पेयजल मुहैया करवाना सुनिश्चित करें। काम में कोताही बरतने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इस दौरान पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार भी मौजूद रहे। बैठक के दौरान सरपंच प्रतिनिधियों ने डीसी के सामने समस्या रखते हुए बताया कि जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा जब भी पेयजल लाइन के लिए गली उखाड़ी जाती है तो उसे पेयजल लाइन डालने के बाद दुरूस्त नहीं किया जाता है, ऐसे में ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जब भी पेयजल लाइन डाली जाए तो गलियों को उसी के साथ.साथ दुरूस्त किया। इसी प्रकार से सरपंच एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने डीसी को जानकारी देते हुए कि गांव में किसी क्षेत्र में तो पानी व्यर्थ बहता है और कहीं पर पेयजल पहुंच नहीं रहा है।

एक तरफ पेयजल नहीं मिलने पर लोगों को दिक्कत आ रही है तो वहीं पानी व्यर्थ बहने से गलियों में कीचड़ का आलम बनता है। इससे विशेषकर बुजुर्गों व महिलाओं को परेशानी बनती है। डीसी को अवगत करवाया कि अधिकाशं गांवों में जलघरों में आपूर्ति से पहले पेयजल को अच्छी तरह साफ नहीं किया जा रहा है। इससे लोग गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। सरपंच एसोसिएशन प्रतिनिधिमंडल ने डीसी ने जलघरों में पेयजल के फिल्टर सिस्टम को दुरूस्त करवाने की मांग की ताकि ग्रामीणों को पीने के लिए स्वच्छ जल मिले। डीसी ने सभी ब्लॉक से आए सरपंच एसोसिएशन के प्रधानों की समस्याओं को एक-एक कर बड़ी गंभीरता से जाना। डीसी ने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि वे अतिशीघ्र ग्राम पंचायतों में स्वच्छ पेयजल आपूर्ति में आ रही समस्याओं का पता लगाकर उनका जल्द से जल्द समाधान करवाना सुनिश्चित करें।