जींद: देश वासियाें काे  परिवार की तरह जोड़ता है संविधान : डा. कृष्ण मिड्ढा

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जींद, 26 नवंबर (हि.स.)। डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा ने कहा कि यह हमारा संविधान ही है जो अलग-अलग धर्मों व जातियों की 140 करोड़ की आबादी को एक परिवार की तरह जोड़ता है। संविधान के तहत ही सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट सहित देश की सभी अदालतें, संसद, राज्यों के विधानमंडल, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सहित हम सभी संविधान के तहत ही काम करते हैं।

डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा मंगलवार को चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय के डा. हरिचंद मिड्ढा ऑडिटोरियम में संविधान दिवस के उपलक्ष में आयोजित संविधान दिवस समारोह में बतौर मुख्यअतिथि व्यक्त किए। इस अवसर पर उचाना के विधायक देवेंद्र अत्री ने बतौर विशिष्ट अतिथि शिरकत की। डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा ने कहा कि हमारा संविधान-हमारा स्वाभिमान, संविधान दिवस पर लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। समारोह में मुख्यअतिथि द्वारा संविधान दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेता छात्रों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम में संविधान के महत्व पर आधारित डोक्यूमेंटरी भी दिखाई गई। डिप्टी स्पीकर ने कहा कि आज बहुत ही गर्व का दिन है।

इस बार का संविधान दिवस बहुत की खास है। क्योंकि आज हमारे संविधान के 75 वर्ष पूरे हो गए हैं और आज के दिन देश में अनेक कार्यक्रम चल रहे हंै। इसी संविधान के तहत हम सभी को पूरी आजादीए गरिमा और समानता के साथ जीने का अधिकार भी मिला हैं। संविधान की ड्राफ्टिंग समिति के अध्यक्ष डा. भीमराव अंबेडकर थे। इसलिए उन्हें संविधान निर्माता भी कहा जाता है। यह संविधान 26 नवंबर 1949 को बनकर पूरा हुआ और इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया और संवैधानिक मूल्यों के प्रति नागरिकों में सम्मान की भावना को बढावा देने के लिए हर वर्ष 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है। यह संविधान ही है जो हमें आजाद देश का आजाद नागरिक होने की भावना का अहसास करवाता है।

उचाना से विधायक देवेंद्र अत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस नेक नियत से यह संविधान दिवस मनाने की शुरूआत की थी। उसका हम सभी को सम्मान करना चाहिए। देश का अच्छा और जिम्मेदार नागरिक बनने से न सिर्फ संविधान का मकसद पूरा होगा बल्कि संविधान बनाने वालों का सपना भी पूरा होगा। विधायक ने कहा कि संविधान को हम परमात्मा के रूप में पूजना चाहिए। क्योंकि हमारा देश इसी संविधान की बदौलत चलता है। वीसी डा. रणपाल ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि संविधान दिवस समारोह का आयोजन विश्वविद्यालय में किया गया है। जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रमों से न केवल छात्रों का बोद्धिक विकास होता है बल्कि उनका मनोबल भी बढ़ता है।

उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने कहा कि जब तक आपके विद्यार्थी जीवन हैं। तब तक आप हर रोज पढ़ाई करते हुए प्रति दिन आजादी के साथ संविधान दिवस मनाएं और अनुशासन में रहते हुए दूसरों को भी समाजहित में कानून की पालना के लिए प्रेरित करें। संविधान आज से 75 साल पहले बनाया गया और इसे लागू किया गया। इस मौके पर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. लवलीन मोहन, सीटीएम डा. आशीष देशवाल, डा. आनंद कुमार, डीन फैकल्टी ऑफ लॉ प्रो. सुनील फोगाट, डा. पारूल, डा. प्रीति सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।