Jharkhand Religious Conversion : रेलवे स्टेशन पर मचा हड़कंप ,पादरी-नन के साथ बच्चों को रोका, क्या सच में हो रहा था धर्म परिवर्तन?
News India Live, Digital Desk: Jharkhand Religious Conversion : झारखंड के दुमका रेलवे स्टेशन पर हाल ही में एक ऐसी घटना हुई है, जिसने सबकी भौंहें चढ़ा दीं और पुलिस को तुरंत कार्रवाई करनी पड़ी. धर्म परिवर्तन के संदेह को लेकर यहाँ ट्रेन से यात्रा कर रहे पादरी, नन और उनके साथ कुछ बच्चों को रेलवे स्टेशन पर रोक लिया गया और उनसे गहन पूछताछ की गई. इस घटना से पूरे इलाके में कुछ देर के लिए हलचल मच गई.
जानकारी के मुताबिक, बुधवार को जन क्रांति अभियान चलाने वाले और खुद को राष्ट्रीय बजरंग दल से जुड़ा बताने वाले समूह के सदस्य दुमका स्टेशन पर पहुंचे. उन्होंने एक ट्रेन को रुकवा लिया और धर्मांतरण (Religious Conversion) की आशंका जताते हुए यहाँ से यात्रा कर रहे पादरी और नन पर सवाल उठाए. आरोप लगाया गया कि पादरी और नन, कुछ नाबालिग बच्चों को ईसाई मिशनरियों द्वारा चलाए जा रहे स्कूल और अनाथालय ले जा रहे थे, जहां धर्म परिवर्तन की आशंका है.
जैसे ही इस बात की खबर स्थानीय पुलिस को मिली, वे तुरंत स्टेशन पहुंचे और पादरी, नन तथा बच्चों को पूछताछ के लिए अपने साथ थाने ले गए. इस दौरान यह जानकारी भी सामने आई कि झारखंड सेवा मिशनरी सेंटर (JSMC) और उससे जुड़े अन्य लोगों के ख़िलाफ ऐसे मामलों को लेकर पहले से ही शिकायतें और एफआईआर (FIR) दर्ज़ हैं. पुलिस इस एंगल से भी मामले की जांच कर रही है.
दुमका नगर थाने के अधिकारियों ने पादरी, नन और बच्चों से लंबे समय तक पूछताछ की. सभी के दस्तावेज़ और यात्रा के मक़सद को बारीकी से खंगाला गया. पुलिस अब इस बात की तफ्तीश कर रही है कि क्या बच्चों को उनकी मर्ज़ी के बिना ले जाया जा रहा था या इसके पीछे कोई और मक़सद था. बच्चों के माता-पिता से भी संपर्क करने की कोशिश की जा रही है ताकि उनकी अनुमति की पुष्टि हो सके.
यह मामला धर्मांतरण के मुद्दे की संवेदनशीलता को दर्शाता है और एक बार फिर समाज में इस विषय पर चल रही बहस को गरमा सकता है. फिलहाल पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी पहलुओं से जांच कर रही है और जो भी सच्चाई है, उसे सामने लाने का प्रयास कर रही है.
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