Jharkhand liquor scam: क्या पकड़ा जाएगा मुख्य आरोपी पुलिस की नजर है

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Newsindia live,Digital Desk: Jharkhand liquor scam:  झारखंड शराब घोटाला मामले में केंद्रीय एजेंसियाँ कई व्यक्तियों पर नजर बनाए हुए हैं ऐसी रिपोर्टें सामने आ रही हैं कि छत्तीसगढ़ पुलिस दो बार इस मामले में एक अहम आरोपी को अपनी गिरफ्त में लेने की कोशिश कर चुकी है यह घटनाक्रम उस व्यापक जांच का हिस्सा है जो छत्तीसगढ़ और झारखंड दोनों राज्यों में अवैध शराब व्यापार के रैकेट को उजागर करने पर केंद्रित है

आबकारी और कर विभाग द्वारा दो हज़ार इक्कीस में शराब के खुदरा व्यापार का डिजिटलीकरण और उसे निजीकरण करने का एक निर्णय लिया गया था आरोप है कि यह कदम एक सुनियोजित घोटाला था जिसमें सरकारी खजाने को करोड़ों का नुकसान हुआ प्रवर्तन निदेशालय यानी ई डी इस मामले की गहराई से जांच कर रहा है जिसने पाया कि सरकारी अधिकारियों राजनेताओं और शराब व्यापारियों के बीच एक मजबूत गठजोड़ था इसका मकसद सिस्टम को अपने निजी लाभ के लिए उपयोग करना था

खुफिया जानकारी के आधार पर छत्तीसगढ़ पुलिस ने झारखंड में संदिग्ध आरोपी को पकड़ने का दो बार प्रयास किया था रिपोर्ट में उल्लेख है कि पहले प्रयास में वह पुलिस की गिरफ्त से बच गया जबकि दूसरा प्रयास भी असफल रहा इन प्रयासों से यह बात स्पष्ट होती है कि इस मामले की जांच के लिए दोनों राज्यों के बीच समन्वय की आवश्यकता है छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा बार बार की गई कोशिशें इस बात की गंभीरता को दर्शाती हैं कि यह घोटाला कितनी गहरी जड़ों तक फैला हुआ है

इस मामले ने न केवल राजस्व हानि बल्कि पारदर्शिता और शासन में अखंडता के बारे में भी चिंताएँ बढ़ाई हैं जांच के तहत शामिल लोगों की विस्तृत सूची में झारखंड और छत्तीसगढ़ दोनों राज्यों के प्रभावशाली व्यक्ति शामिल हैं आरोप हैं कि यह शराब व्यापार को नियंत्रित करके नकली लाइसेंस जारी करके और करों से बचकर करोड़ों रुपये का हेरफेर करते थे इस मामले में कई अधिकारियों को निलंबित भी किया गया है और गिरफ्तारियां भी हुई हैं

मामला राष्ट्रीय मीडिया में भी चर्चा का विषय बन गया है केंद्रीय एजेंसियाँ जिसमें सीबीआई भी शामिल हो सकती है अवैध गतिविधियों के पैटर्न का पता लगाने के लिए जानकारी एकत्र कर रही है जिसका संबंध राज्यों और उनके वित्तीय बाजारों से है राजनीतिक दलों के बीच भी एक घमासान छिड़ गया है जहाँ आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है

जैसे जैसे जांच आगे बढ़ती है इस घोटाले के नए पहलू सामने आने की संभावना है इस प्रकार के मामले शासन में कमियों को उजागर करते हैं और सख्त कानून के प्रावधानों के महत्व पर जोर देते हैं अंततः जांच का लक्ष्य जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाना और सार्वजनिक निधि की रक्षा करना है ताकि इस बात का कोई अंदाजा ना लगे कि भविष्य में ऐसे घोटालों का दोबारा प्रयास क्यों न हो यह राज्य और देश की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण बात है

 

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