नई दिल्ली: झारखंड सरकार में कांग्रेस मंत्री आलमगीर आलम को बेनामी नकदी मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है. ईडी ने दस घंटे की पूछताछ के बाद मंगलवार को गिरफ्तारी की. आलमगीर आलम के सचिव के नौकर के घर से 37 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई थी. ईडी को नकदी गिनने के लिए अत्याधुनिक मशीनें लानी पड़ीं और इसमें दो दिन लग गए.
झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम से मंगलवार सुबह 10 बजे से पूछताछ की जा रही थी. इसके बाद ईडी ने उनकी गिरफ्तारी की पुष्टि कर दी है. ईडी ने रविवार को आलम को तलब किया था. उन्हें 14 मई को रांची स्थित जोनल कार्यालय में उपस्थित होने को कहा गया था. वह मंगलवार को ईडी के सामने पेश हुए. इसके बाद आज ईडी ने उन्हें दोबारा बुलाया.
6 मई को आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम के अपार्टमेंट पर छापा मारा गया था. उसके पास से 37 करोड़ रुपये नकद बरामद किये गये. छापेमारी के बाद आलम और सांजीलाल को गिरफ्तार कर लिया गया.
पिछले कुछ दिनों में ईडी ने रांची में कई जगहों पर छापेमारी की. ऐसी ही एक छापेमारी के दौरान ये नकदी जब्त की गई. नकदी गिनने के लिए मशीनें लाई गईं। सभी 500-500 के नोट थे. इसके अलावा एजेंसियों ने जहांगीर आलम के पास से कुछ आभूषण भी जब्त किए हैं.
आलमगीर आलम पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र से चार बार कांग्रेस विधायक हैं। इससे पहले वह 20 अक्टूबर 2006 से 12 दिसंबर 2009 तक झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष भी रहे थे. सरपंच का चुनाव जीतने के बाद उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया। वह 2000 में पहली बार विधायक बने.