झज्जर: मदवि ने डीटीसी को नो एडमिशन श्रेणी में डाला, विद्यार्थियों को दूसरे कालेजों में शिफ्ट करने के आदेश

झज्जर, 11 जुलाई। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय(मदवि) रोहतक की ओर से बहादुरगढ़ के नया गांव के पास स्थित दिल्ली टेक्निकल कैंपस (डीटीसी) को लगातार दूसरे साल चालू शैक्षणिक सत्र के लिए नो एडमिशन श्रेणी में डाला है। गत बुधवार को इस बारे में मदवि की ओर से आदेश जारी किए गए हैं। मदवि के कुलपति की ओर से गठित की गई जांच कमेटी की रिपोर्ट पर भारी अनियमितताओं के चलते विश्वविद्यालय की शैक्षणिक और कार्यकारी परिषद की ओर से पारित किए गए प्रस्ताव के आधार पर यह निर्णय लिया गया है। गुरुवार काे आदेशों में साफ किया गया है कि डीटीसी वर्ष 2024-25 के शैक्षणिक सत्र में किसी भी बच्चे का एडमिशन नहीं करेगा और ना ही किसी विद्यार्थी से किसी भी तरह की फीस लेगा।

साथ ही डीटीसी में पढ़ रहे मौजूदा विद्यार्थियों को भी आसपास के दूसरे कालेजों में शिफ्ट करने के आदेश दिए गए हैं। आदेशों पर आगामी कार्रवाई के लिए मदवि की शैक्षणिक शाखा के सहायक रजिस्ट्रार की जिम्मेदारी लगाई गई है। इससे पहले वर्ष 2023-24 के लिए भी अखिल भारतीय तकनीकी परिषद और उच्चतर शिक्षा विभाग ने इस कालेज को नो एडमिशन कैटिगरी में डाला था। विभाग के महानिदेशक ने मदवि के रजिस्ट्रार को भी इस तरह के आदेश दिए थे। डीटीसी के पास कई तरह की जरूरी अनुमति व अन्य एनओसी न होने की वजह से विभाग के महानिदेशक ने कालेज में पढ़ रहे विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए उन्हें किसी दूसरे संस्थान में जल्द से जल्द शिफ्ट करने के आदेश दिए थे। इन्हीं पर अमल करते हुए मदवि ने नए सिरे से आदेश जारी किए हैं।

किसी के झांसे में आकर काेई भी फीस न जमा कराएं विद्यार्थी: सुजय छिकारानया गांव के पास डीटीसी कालेज में बरती जा रही अनियमितताओं की शिकायत करने वाले बहादुरगढ़ निवासी एडवोकेट सुजय छिकारा ने बताया कि इस कालेज के भवन को बनाने के लिए चेंज आफ लैंड यूज नहीं ली गई। न फायर एनओसी, न आक्यूपेशन सर्टिफिकेट, न प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से एनओसी ली गई। इसकी शिकायत की गई। अब इसे मदवि ने नो एडमिशन श्रेणी में डाला है। विद्यार्थियों से अपील की जाती है कि वे किसी के बहकावे में आकर कालेज में किसी तरह की फीस न जमा करवाएं।