मध्य प्रदेश को नई ऊंचाई पर ले जाएगा जेवर एयरपोर्ट का एनएच-34 से कनेक्शन

23146ccf1f07392386e172810476416b

मध्य प्रदेश के लिए एक और बड़ी खबर सामने आई है। उत्तर प्रदेश में नोएडा स्थित जेवर एयरपोर्ट को नेशनल हाईवे-34 से जोड़ने की योजना बनाई जा रही है। इस प्रोजेक्ट से न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि मध्य प्रदेश के कई जिलों को सीधा फायदा होगा। यह योजना हाल ही में NHAI (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) और यमुना प्राधिकरण की बैठक में रखी गई। प्रस्ताव पास होने के बाद, यह प्रोजेक्ट व्यापार, माल ढुलाई, और यात्रा को आसान बनाएगा।

मध्य प्रदेश को होगा सीधा लाभ

जेवर एयरपोर्ट को NH-34 से जोड़ने की योजना मध्य प्रदेश के लिए एक वरदान साबित होगी।

  • राज्य के कई जिलों का संपर्क देश के अन्य हिस्सों से तेजी से हो सकेगा।
  • व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
  • माल ढुलाई की प्रक्रिया सस्ती और सरल हो जाएगी।

NHAI और यमुना प्राधिकरण इस प्रस्ताव पर काम कर रहे हैं, और जल्द ही इसका अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

इन जिलों को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा

मध्य प्रदेश के हीरापुर, छतरपुर, जबलपुर, दमोह, और लखनादौन जैसे जिले इस प्रोजेक्ट से सबसे अधिक लाभान्वित होंगे।

  • इन जिलों से सीधे जेवर एयरपोर्ट तक जुड़ाव होगा।
  • हवाई यात्रा आसान होगी, जिससे व्यापार और पर्यटन को नई गति मिलेगी।
  • किसानों की जमीनों की कीमतें भी इस योजना के कारण बढ़ने की संभावना है।

माल ढुलाई और स्थानीय अर्थव्यवस्था

  • उद्योगों के लिए माल ढुलाई की लागत घटेगी।
  • स्थानीय व्यापारियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक सीधा पहुंच मिलेगा।
  • यह परियोजना स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेगी।

उत्तराखंड से भी बढ़ेगी कनेक्टिविटी

NH-34 की शुरुआत उत्तराखंड के गंगोत्री धाम से होती है और यह मध्य प्रदेश के लखनादौन तक जाता है।

  • यह हाईवे पहले से ही कई प्रमुख शहरों और कस्बों से होकर गुजरता है।
  • जेवर एयरपोर्ट से जुड़ने के बाद यह मार्ग और अधिक महत्वपूर्ण हो जाएगा।
  • उत्तराखंड और मध्य प्रदेश के बीच व्यापार और यात्रा में तेजी आएगी।

यूपीडा ने तैयार किया नया अलाइनमेंट

जेवर एयरपोर्ट को NH-34 से जोड़ने के लिए यूपी एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (यूपीडा) ने एक नया अलाइनमेंट तैयार किया है।

  • यह लिंक एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा।
  • इस कनेक्शन के जरिए एयरपोर्ट और हाईवे के बीच यात्रा बेहद सरल और तेज हो जाएगी।
  • नए अलाइनमेंट से हवाई यात्रियों और व्यापारियों दोनों को लाभ मिलेगा।

आर्थिक दृष्टिकोण से परियोजना का महत्व

व्यापार और माल ढुलाई में सुधार:

  • उत्तराखंड और मध्य प्रदेश के बीच सामानों का आदान-प्रदान सस्ता और तेज हो जाएगा।
  • कृषि और औद्योगिक उत्पादों की डिलीवरी कम समय में हो सकेगी।

स्थानीय रोजगार में वृद्धि:

  • निर्माण कार्य और परियोजना संचालन से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
  • हाईवे से जुड़े व्यवसायों (होटल, पेट्रोल पंप, वेयरहाउस) को भी फायदा होगा।

किसानों की जमीनों के बढ़ेंगे दाम

इस परियोजना से जिन किसानों की जमीनें शामिल होंगी, उनके लिए यह एक बड़ा लाभदायक सौदा साबित होगा।

  • जमीनों की कीमतों में वृद्धि होगी।
  • मुआवजे के जरिए किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।

यह कदम स्थानीय लोगों के लिए आर्थिक सुधार का द्वार खोल सकता है।

ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे: यात्रा होगी और तेज

मध्य प्रदेश में लखनादौन से रायपुर तक 6-लेन ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण प्रस्तावित है।

  • यह एक्सप्रेसवे बालाघाट होते हुए लखनादौन तक आएगा।
  • एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई लगभग 300 किलोमीटर होगी।
  • यात्रा का समय 8 घंटे से घटकर 5 घंटे रह जाएगा।

प्रोजेक्ट की प्रगति:

  • इस परियोजना का सर्वेक्षण पूरा हो चुका है।
  • जल्द ही इसके निर्माण की आधिकारिक घोषणा की जाएगी।