जापान एयरलाइंस (JAL) एक बड़े साइबर हमले की चपेट में आ गई है, जिसके कारण घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर व्यापक असर पड़ा है। यह हमला गुरुवार सुबह स्थानीय समयानुसार 7:30 बजे हुआ, जिससे एयरलाइंस की पूरी व्यवस्था अस्त-व्यस्त हो गई। इस घटना के चलते टिकटों की बिक्री रोक दी गई है और कंपनी के सिस्टम में बड़ी खराबी की पुष्टि हुई है।
क्या कहा एयरलाइंस ने?
जापान एयरलाइंस ने अपने आधिकारिक बयान और ट्वीट में कहा:
- समस्या का समय:
- साइबर हमला सुबह 7:24 बजे से शुरू हुआ।
- तत्काल कार्रवाई:
- व्यवधान पैदा करने वाले राउटर को अस्थायी रूप से अलग कर दिया गया है।
- कंपनी वर्तमान में सिस्टम रिकवरी और समस्या समाधान पर काम कर रही है।
- यात्रियों से माफी:
- एयरलाइंस ने यात्रियों को हुई असुविधा के लिए खेद व्यक्त किया है।
उड़ानों पर असर
- NHK रिपोर्ट के अनुसार:
- जापान के कई एयरपोर्ट्स पर एक दर्जन से अधिक उड़ानें प्रभावित हुई हैं।
- हालांकि, बड़े पैमाने पर उड़ानें रद्द नहीं की गई हैं।
- ऑल निप्पॉन एयरवेज (ANA):
- जापान एयरलाइंस की प्रतिद्वंद्वी कंपनी ANA ने बताया कि उनकी सेवाओं पर इस साइबर हमले का कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।
जापान में साइबर हमले: इतिहास की एक झलक
यह पहली बार नहीं है जब जापान साइबर हमले का शिकार हुआ है।
- जून 2024:
- जापानी वीडियो-शेयरिंग प्लेटफॉर्म निकोनिको पर साइबर हमला हुआ था, जिसके कारण सेवाएं अस्थायी रूप से बंद करनी पड़ी थीं।
- 2022:
- एक साइबर हमले ने टोयोटा सप्लायर के ऑपरेशंस में रुकावट डाली थी, जिससे डोमेस्टिक प्लांट्स का प्रोडक्शन पूरे दिन के लिए रुक गया था।
- 24 दिसंबर 2024:
- अमेरिकन एयरलाइंस के नेटवर्क हार्डवेयर में तकनीकी खराबी के कारण सभी उड़ानें रद्द कर दी गई थीं।
साइबर सुरक्षा की बढ़ती जरूरत
यह घटना वैश्विक विमानन उद्योग और अन्य व्यवसायों के लिए साइबर सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करती है।
- एयरलाइंस जैसे महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को लगातार साइबर हमलों का सामना करना पड़ता है।
- विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए मजबूत साइबर सुरक्षा प्रोटोकॉल और रीयल-टाइम मॉनिटरिंग की आवश्यकता है।