संक्रांति का दिन हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इस दिन सूर्य देव अपनी राशि बदलते हैं, और यह परिवर्तन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना जाता है। जनवरी संक्रांति, जिसे मकर संक्रांति भी कहा जाता है, के दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण की ओर अग्रसर होते हैं। इस अवसर पर गंगा स्नान, दान, और सूर्य उपासना करने से विशेष पुण्य प्राप्त होता है। आइए जानते हैं जनवरी 2025 में संक्रांति की तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इसका महत्व।
जनवरी संक्रांति 2025 की तिथि (January Sankranti Date 2025)
- तिथि: 14 जनवरी 2025
- सूर्य का राशि परिवर्तन:
- सूर्य देव दोपहर 3:27 बजे धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे।
जनवरी संक्रांति 2025 का शुभ मुहूर्त (January Sankranti 2025 Shubh Muhurat)
- महा पुण्य काल:
- सुबह 09:03 बजे से लेकर 10:48 बजे तक
- प्रयागराज में स्नान का शुभ समय:
- शाम 4:00 बजे से लेकर 5:15 बजे तक
इस समय में स्नान, दान और सूर्य उपासना करना अत्यंत शुभ माना जाता है।
जनवरी संक्रांति पूजा विधि (January Sankranti Puja Vidhi)
- ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करें:
- सूर्योदय से पहले पवित्र नदी या घर पर गंगाजल मिलाकर स्नान करें।
- सूर्य को अर्घ्य दें:
- तांबे के लोटे में जल और सफेद तिल डालकर सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करें।
- सूर्य मंत्रों का जाप करें:
- जल अर्पित करते समय “ॐ सूर्याय नमः” मंत्र का जाप करें।
- तिल और खिचड़ी का सेवन करें:
- इस दिन तिल के लड्डू, तिल की चक्की और खिचड़ी खाना शुभ माना जाता है।
- दान-पुण्य करें:
- जरूरतमंदों को तिल, गुड़, खिचड़ी, ऊनी वस्त्र और अन्य आवश्यक वस्तुएं दान करें।
जनवरी संक्रांति का महत्व (January Sankranti Mahatav)
- सूर्य का उत्तरायण होना:
- इस दिन सूर्य देव दक्षिणायन से उत्तरायण होते हैं। उत्तरायण को सकारात्मकता, शुभता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
- गंगा स्नान का महत्व:
- इस दिन गंगा स्नान करने से पापों का नाश होता है और पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
- दान का महत्व:
- मकर संक्रांति पर किए गए दान से विशेष पुण्य मिलता है। तिल, गुड़ और अन्न का दान अत्यंत शुभ माना जाता है।
- फसल कटाई का त्योहार:
- मकर संक्रांति का त्योहार फसल कटाई के पर्व के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन कई स्थानों पर पतंगबाजी और विशेष पकवान बनाने की परंपरा है।
- सूर्य पूजा:
- सूर्य देव की उपासना से स्वास्थ्य, ऊर्जा और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
संक्रांति के धार्मिक अनुष्ठान
- भगवान विष्णु और सूर्य देव की पूजा करें।
- रुद्राभिषेक या गायत्री मंत्र का पाठ करें।
- गाय को चारा और गुड़ खिलाएं।
- परिवार के साथ मिलकर पूजा-पाठ और दान करें।
जनवरी 2025 की संक्रांति का यह पावन अवसर आपके जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लेकर आए। इस दिन किए गए पुण्य कर्म आपको आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करेंगे।