जमाअत-ए-इस्लामी हिंद ने की संभल हिंसा की न्यायिक जांच की मांग 

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नई दिल्ली, 25 नवंबर (हि.स.)। जमाअत-ए-इस्लामी हिंद ने संभल हिंसा की निंदा की है। जमाअत के उपाध्यक्ष मलिक मोतसिम खान ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के संभल में गोलीबारी में निर्दोष मुस्लिम युवकों की जान चली गई। हम इस घटना की कड़ी निंदा करते हैं। देश के हर नागरिक को चाहे वह किसी भी धर्म या जाति का हो, सम्मान के साथ जीने का अधिकार है।

खान ने कहा कि मस्जिद समिति का पक्ष सुने बिना सर्वेक्षण का आदेश देने का निर्णय न्यायिक निष्पक्षता में गंभीर चूक को दर्शाता है। जमाअत के उपाध्यक्ष ने कहा कि हम घटना की न्यायिक जांच की मांग करते हैं ताकि जिम्मेदार लोगों की जवाबदेही तय हो सके और पीड़ितों को न्याय मिल सके। यह आवश्यक है कि धार्मिक स्थलों को 1947 के अनुरूप संरक्षित रखने वाले ‘इबादतगाह अधिनियम 1991’ को बरकरार रखा जाए तथा इसके मूल भाव को कमजोर करने के किसी भी प्रयास का विरोध किया जाए। खान ने कहा कि हम जनता से आग्रह करते हैं कि वे शांत रहें, प्रतिशोध से बचें और इस कठिन समय में संयम बरतें। हम सभी न्यायप्रिय नागरिकों से अपील करते हैं कि वे इस अन्याय और देश में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने के प्रयास के खिलाफ आवाज उठाएं।