फेरो एलॉय और रिफ्रैक्टरी मैटेरियल बनाने वाली कंपनी जाजू रश्मि रिफ्रैक्टरीज ने IPO के माध्यम से ₹150 करोड़ जुटाने की योजना बनाई है। इस उद्देश्य से कंपनी ने 21 दिसंबर 2024 को SEBI के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया है।
IPO का विवरण
- कुल इश्यू साइज: ₹150 करोड़।
- ऑफर फॉर सेल (OFS): नहीं होगा, केवल नए शेयर जारी किए जाएंगे।
- IPO के लिए नियुक्त मर्चेंट बैंकर: यूनिस्टोन कैपिटल।
कंपनी परिचय
जाजू रश्मि रिफ्रैक्टरीज अपनी तीन मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स के माध्यम से राजस्थान, पश्चिम बंगाल और गुजरात में कारोबार करती है।
- रेवेन्यू स्रोत:
- कंपनी का 90% से अधिक रेवेन्यू मध्य पूर्व, अफ्रीका, दक्षिण-पूर्व एशिया, दक्षिण एशिया, पश्चिमी यूरोप और पूर्वी एशिया में एक्सपोर्ट और ऑपरेशंस से आता है।
- प्रोडक्ट्स:
- फेरो एलॉयज: स्टील मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में कच्चे माल के रूप में उपयोग होता है।
- रिफ्रैक्टरी प्रोडक्ट्स:
- सिलिका रैमिंग मास।
- कास्टिंग पाउडर।
- क्वार्ट्ज पाउडर।
- नोजल फाइलिंग कंपाउंड।
IPO के फंड का उपयोग
- फेरो एलॉयज उत्पादन क्षमता का विस्तार:
- झारखंड के बोकारो में नई मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज स्थापित करने के लिए ₹61.8 करोड़।
- वर्किंग कैपिटल की फंडिंग:
- ₹47.67 करोड़।
- सामान्य कॉरपोरेट उद्देश्य:
- शेष राशि का उपयोग।
वित्तीय प्रदर्शन
वित्त वर्ष 2024 में कंपनी की वित्तीय स्थिति में मजबूती आई है:
वित्तीय वर्ष | रेवेन्यू (₹ करोड़) | शुद्ध मुनाफा (₹ करोड़) |
---|---|---|
FY 2023 | 306.8 | 22.9 |
FY 2024 | 334.0 | 24.3 |
- रेवेन्यू वृद्धि: 8.9%।
- शुद्ध मुनाफा वृद्धि: 6%।
Q1 FY 2024 (अप्रैल-जून):
- रेवेन्यू: ₹117.4 करोड़।
- शुद्ध मुनाफा: ₹6.4 करोड़।
क्यों है यह IPO महत्वपूर्ण?
- उद्योग की आवश्यकता:
- स्टील मैन्युफैक्चरिंग और रिफ्रैक्टरी प्रोडक्ट्स की बढ़ती मांग।
- वैश्विक बाजार:
- 90% से अधिक रेवेन्यू का एक्सपोर्ट से आना कंपनी की वैश्विक प्रतिस्पर्धा को दर्शाता है।
- फंड का उपयोग:
- उत्पादन क्षमता बढ़ाने और वर्किंग कैपिटल की फंडिंग से कंपनी को विकास में मदद मिलेगी।