फ्लाईट से जयपुर जरुर जुड़ा, लेकिन दिल्ली दूर : समय भी वर्किंग-डे के लिहाज से उपयोग का नहीं

बीकानेर, 17 जून (हि.स.)। संभाग मुख्यालय बीकानेर से हवाई सेवा बढ़ाने के वायदों के बीच जहां पहले दिल्ली की बंद हो चुकी नियमित फ्लाइट को सप्ताह में दो दिन के तौर पर शुरू किया वहीं अब इसी फ्लाइट से जयपुर को भी जोड़ दिया गया है। सोमवार 17 जून से बीकानेर से जयपुर एक बार फिर फ्लाइट से जुड़ गया। अब दिल्ली से बीकानेर आने-जाने वाली फ्लाइट जयपुर से होते हुए आयेगी। यह सेवा भी सप्ताह में दो दिन सोमवार और शुक्रवार को मिलेगी। सोमवार को पहली फ्लाइट जयपुर होते हुए बीकानेर पहुंची।

हालांकि सप्ताह में दो दिन फ्लाइट होने से सिर्फ सोमवार, शुक्रवार का प्लान टूर करने वालों को फ्लाइट का लाभ मिल सकता है। वह भी तब, जबकि फ्लाइट का टाइम शिड्यूल उनके काम या जरूरत के मुताबिक हो। वजह, बीकानेर दिल्ली फ्लाइट के बीच जयपुर को जोड़ देने के बाद अब दिल्ली से बीकानेर के सफर का समय बढ़ गया है।

बीकानेर से दोपहर 03:35 बजे उड़ान भरने वाली फ्लाइट शाम 06:05 बजे दिल्ली लैंड करेगी। मतलब यह कि चैकआउट करने के बाद दिल्ली में गंतव्य तक पहुंचने में रात के कम से कम आठ बज सकते हैं। ऐसे में एक ही दिन के वर्किंग ओवर में काम करने के लौटने की संभावनाएं बिलकुल नहीं रही। दिल्ली से यह फ्लाइट चार दिन बाद यानी शुक्रवार को मिलती है। ऐसे एकाध दिन के लिए जाने वाला वापस भी फ्लाइट से नहीं आ सकता।

घर से निकलने से लेकर गंतव्य तक पहुंचने में ट्रेन जितना समय

इतना ही नहीं वापसी में फ्लाइट की उड़ान का समय 12:45 बजे है। मतलब यह कि दिल्ली के ट्रैफिक को देखते हुए कम से कम 10 बजे आपको निवास या ऑफिस छोड़कर एयरपोर्ट की ओर बढ़ना होगा। ऐसे में एक पूरा वर्किंग-डे फ्लाइट पकड़ने से लेकर दोपहर 03:10 बजे बीकानेर में लैंड करने और लगभग पौन घंटे के चैकआउट समय को मिलाकर पांच बजे घर या गंतव्य तक पहुंचने में व्यतीत हो जाता है। कमोबेश इतने ही समय में ट्रेन से दिल्ली-बीकानेर के बीच की दूरी तय हो जाती है।

जयपुर से जुड़ाव भी बेतरतीब:

हालांकि दिल्ली से जयपुर तक आने वालों के लिए यह फ्लाइट एक वैकल्पिक साधन बन सकती है लेकिन बीकानेर से जयपुर तक की यात्रा और उसी दिन वापसी की योजना बनाने वालों के लिए यह फ्लाइट किसी काम की नहीं है।

वजह, सोमवार को दोपहर 3:35 बजे बीकानेर से उड़ान भरने वाली फ्लाइट 04:35 बजे जयपुर लैंड करती है। मतलब यह कि चैकआउट कर गंतव्य तक पहुंचने तक कामकाजी दिन खत्म हो चुका होता है। अगर आप कार्यालयी समय में किसी से मिलना चाहते हैं तो अगले दिन का ही इंतजार करना पड़ेगा। इतना ही नहीं वापसी में आप अगले दिन भी फ्लाइट से नहीं आ सकते। वजह, सप्ताह में दो दिन फ्लाइट होना।

वीकैंड पर दिल्ली, जयपुर-बीकानेर जाने वालों को लाभ

सप्ताह में दो दिन फ्लाइट होने का सर्वाधिक लाभ अगर किसी को मिलता दिख रहा है तो वह है वीकैंड पर दिल्ली से जयपुर और बीकानेर पहुंचने आने वालों को। दिल्ली से शुक्रवार को रवाना होकर जयपुर और दिल्ली पहुंचने वाले शनिवार-रविवार दो दिन इन शहरों में गुजारने के बाद सोमवार को वापस दिल्ली या जयपुर का रुख कर सकते हैं। इसी तरह दिल्ली का रुख करने वाले भी शुक्रवार शाम तक वहां पहुंच सकते हैं और सोमवार को वापसी कर सकते हैं।