जबलपुर, 24 जून (हि.स.)। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की सेंट्रल जेल में जेल प्रहरी द्वारा बंदियों को चोरी छिपे गांजा और अन्य मादक पदार्थ पहुंचाने के मामले में कारवाई कि गयी है। जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर को सूचना मिली थी कि जेल के प्रहरी राजेश गुर्जर और राजेंद्र राठौर बंदियों को जेल के भीतर गांजा और तंबाकू की सप्लाई करते हैं। नाइट ड्यूटी के दौरान वह समान जेल के बैरेक में पहुंचाने का काम करते हैं। इस सूचना पर जेल के मुख्य प्रवेश द्वार पर अतिरिक्त सुरक्षा और जांच बढ़ाई गई और जैसे ही जेल प्रहरी राजेश गुर्जर और राजेंद्र राठौर नाइट ड्यूटी के लिए पहुंचे तो सुरक्षा प्रहरियों ने दोनों प्रहरियों की ज्यादा कड़ाई से जांच शुरू कर दी।
इस दौरान राजेंद्र राठौर के जूते के सोल में मादक पदार्थ गांजा छिपा हुआ मिला, जबकि राजेश गुर्जर ने अपने मौजे में तंबाकू और सिगरेट के पैकेट छुपा रखे थे। जेल प्रहरियों ने दोनो से गांजा,सिगरेट और तंबाकू जप्त कर जेल अधीक्षक को सूचना दी। जिसके बाद बंदियों को प्रतिबंधित सामग्री पहुंचाने के आरोप में जेल प्रशासन ने एक प्रहरी को सस्पेंड कर दिया है जबकि दूसरे प्रहरी के खिलाफ शोकाज नोटिस जारी किया गया है। पिछले एक माह में ही यह तीसरा ऐसा मामला सामने आया है। जिसमें की सुरक्षा के जिम्मेदार प्रहरी ही गांजे की तस्करी में पकड़े गए हैं। जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर ने राजेश गुर्जर के पास से तम्बाखू और सिगरेट मिलने पर उसे शोकाज नोटिस जारी किया है, जबकि राजेंद्र राठौर से गांजा जब्त होने पर सिविल लाइन थाने में FIR दर्ज कराते हुए उसे सस्पेंड कर दिया है। दोनों प्रहरियों के खिलाफ जेल मैनुअल के हिसाब से विभागीय कार्रवाई की जा रही है।
बंदियों को मादक पदार्थ पहुंचाने की यह तीसरी घटना है। जेल प्रशासन के द्वारा जांच में दोषी पाए जाने पर जबलपुर के पांच तो कटनी के एक जेल प्रहरी को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। उसके बात गत 14 जून को रात 10:00 बजे नाइट ड्यूटी पर प्रहरी मुकेश फंडे और सुशील खेमरिया को सुरक्षा कर्मियों ने पकड़ा था। मुकेश के पास से गांजा की पुड़िया समेत तंबाकू की 7 पुड़िया 2 पैकेट सिगरेट और गुटका बरामद हुआ था, वहीं सुशील के पास से 2 पैकेट तंबाकू बरामद की गई थी, जिन्हें सस्पेंड किया गया और विभागीय कार्रवाई जारी है।