एफएमसीजी सेक्टर की दिग्गज कंपनी आईटीसी लिमिटेड ने अपने होटल व्यवसाय आईटीसी होटल्स लिमिटेड (ITCHL) को अलग (डीमर्ज) करने का बड़ा फैसला लिया है। इस कदम का उद्देश्य होटल व्यवसाय को स्वतंत्र इकाई के रूप में विकसित करना है। डीमर्जर से पहले, आईटीसी लिमिटेड ने ITCHL को 1,500 करोड़ रुपये का कैश और कैश इक्विवेलेंट देने की घोषणा की है।
कैश इक्विवेलेंट का उद्देश्य
इस रकम में बैंक डिपॉजिट, सेविंग अकाउंट्स, कमर्शियल पेपर, मनी मार्केट फंड और शॉर्ट-टर्म सरकारी बॉन्ड जैसे लो-रिस्क इन्वेस्टमेंट शामिल हैं। इनका इस्तेमाल होटल सेक्टर के विस्तार और आपातकालीन वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा। यह फंड 90 दिनों की समय सीमा के भीतर कैश में बदला जा सकता है।
कंपनी ने बीते सोमवार को अपने इन्वेस्टर प्रेजेंटेशन में इस योजना की जानकारी दी।
1 जनवरी 2025 से लागू होगा डीमर्जर
ITCHL का डीमर्जर 1 जनवरी 2025 से प्रभावी होगा। शेयरधारकों के लिए कंपनी ने 6 जनवरी 2025 को रिकॉर्ड डेट तय की है। डीमर्जर का लाभ उठाने के लिए निवेशकों को 3 जनवरी 2025 तक ITC लिमिटेड के शेयर खरीदने होंगे।
शेयरों का बंटवारा
डीमर्जर के बाद ITCHL के शेयर इस प्रकार बंटेंगे:
- ITC लिमिटेड के प्रत्येक 10 शेयर के बदले ITC होटल्स का 1 शेयर मिलेगा।
- डीमर्जर के बाद ITC लिमिटेड की ITCHL में 40% हिस्सेदारी बनी रहेगी।
- शेष हिस्सेदारी शेयरधारकों को अलॉट की जाएगी।
निवेशकों के लिए खास अवसर
डीमर्जर के बाद ITC होटल्स एक स्वतंत्र इकाई के रूप में काम करेगा, जिससे शेयरधारकों को बेहतर रिटर्न का मौका मिलेगा। यह कदम उन निवेशकों के लिए भी फायदेमंद होगा जो होटल इंडस्ट्री में निवेश करना चाहते हैं।
ITC लिमिटेड का मार्केट कैप और शेयर प्राइस
वर्तमान में ITC लिमिटेड का मार्केट कैप 5,99,185.81 करोड़ रुपये है। शुक्रवार को कंपनी का शेयर बीएसई पर 478.90 रुपये पर बंद हुआ।
डीमर्जर के बाद, ITC होटल्स के पास अपने विकास और विस्तार की नई संभावनाएं होंगी, जो इसे भारतीय होटल इंडस्ट्री में एक प्रमुख खिलाड़ी बना सकती हैं।