आईटीसी लिमिटेड के लिए 6 जनवरी का दिन बेहद अहम रहा। आज कंपनी ने अपने होटल बिजनेस के डिमर्जर की प्रक्रिया को गति दी, जिसकी घोषणा पहले की गई थी। इस विशेष मौके पर सुबह 9 बजे से 10 बजे तक एक स्पेशल ट्रेडिंग सेशन आयोजित किया गया, जिसमें आईटीसी लिमिटेड के शेयर का भाव 455.60 रुपये प्रति शेयर पर तय हुआ।
होटल बिजनेस के डिमर्जर का महत्व
आईटीसी लिमिटेड का यह कदम उसके मुख्य व्यवसायों, सिगरेट और एफएमसीजी, को और अधिक प्रभावी तरीके से संचालित करने की दिशा में उठाया गया है। होटल बिजनेस के अलग होने के बाद, आईटीसी अपने मुख्य कारोबार पर ध्यान केंद्रित करेगा।
आईटीसी शेयर का प्रदर्शन
आईटीसी के शेयर की कीमत 3 जनवरी की क्लोजिंग प्राइस और आज के स्पेशल ट्रेडिंग सेशन के आधार पर तय की गई। शेयर की कीमत 26 रुपये की गिरावट के साथ खुली। हालांकि, बाजार में होटल बिजनेस के डिमर्जर के बाद 15-20 रुपये के संशोधन की उम्मीद जताई जा रही थी।
आईटीसी होटल्स के शेयर की लिस्टिंग
सीएनबीसी-टीवी18 की रिपोर्ट के मुताबिक, आईटीसी होटल्स के शेयरों की लिस्टिंग फरवरी 2025 के मध्य तक हो सकती है। हालांकि, इस संबंध में अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
डिमर्जर के तहत शेयर वितरण
डिमर्जर के बाद, आईटीसी लिमिटेड के शेयर होल्डर्स को इस प्रक्रिया में लाभ मिलेगा:
- 10 आईटीसी शेयर होल्ड करने पर निवेशकों को 1 आईटीसी होटल का शेयर मिलेगा।
- आईटीसी होटल कंपनी में 40% हिस्सेदारी आईटीसी के पास रहेगी।
- बाकी 60% हिस्सेदारी मौजूदा आईटीसी शेयर होल्डर्स को दी जाएगी।
क्या आईटीसी होटल निफ्टी50 का हिस्सा बनेगा?
आईटीसी होटल का शेयर, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के समान, निफ्टी50 में 51वें स्टॉक के रूप में शामिल होगा। सेंसेक्स में यह 31वां स्टॉक होगा। हालांकि, फिलहाल यह शेयर लाइव नहीं है, जिससे इसकी खरीद-फरोख्त संभव नहीं है।
आईटीसी होटल्स: मौजूदा स्थिति और भविष्य की योजना
आईटीसी होटल्स वर्तमान में कुल 140 होटल्स का संचालन कर रही है। कंपनी का लक्ष्य 2030 तक इस संख्या को 200 होटल्स तक बढ़ाने का है।
- वित्तीय अनुमान: एसबीआई सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 में आईटीसी होटल्स का नेट प्रॉफिट 546 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है।
निवेशकों के लिए क्या है खास?
होटल बिजनेस के डिमर्जर के बाद, आईटीसी लिमिटेड अपने सिगरेट और एफएमसीजी बिजनेस पर अधिक फोकस करेगा। यह कदम न केवल कंपनी की प्रबंधन क्षमता को बढ़ाएगा बल्कि निवेशकों के लिए बेहतर रिटर्न की संभावनाएं भी पैदा करेगा।