भाषा, क्षेत्र और धर्म की लकीरें खींच रही भाजपा, रोकना जरूरी : आनंद शर्मा

धर्मशाला, 27 मई (हि.स.)। कांगड़ा-चंबा संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी आनंद शर्मा ने जिला चंबा के चौगान मैदान और जिला कांगड़ा के शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले चंबी मैदान में आयोजित कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की जनसभाओं में दोनों जिलों की जनता से अपने पक्ष में मतदान की अपील की। उन्होंने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि देश के आम चुनाव में दो अलग-अलग विचार धाराएं आमने-सामने हैं।

उन्होंने कहा कि एक तरफ 138 साल पुरानी कांग्रेस है जिसने देश के स्वतंत्रता संग्राम की अगुवाई की। आजादी के आंदोलन के महान नायकों में पंडित जवाहर लाल नेहरू थे। नेहरू के प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत की मजबूत संस्थाएं बनीं, बड़े-बड़े उद्योग लगे, शैक्षणिक संस्थान खुले, देश का बुनियादी ढांचा विकसित किया। उनकी सोच को दुनिया सलाम करती थी।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकारों की मेहनत व कार्यों के चलते ही आज हमारे नौजवानों को पहचान बनाने की शक्ति मिली है। आज हमारे युवाओं के हाथ में जो स्मार्ट फोन है उस संचार क्रांति के सूत्रधार पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी थे। कांग्रेस की विचारधारा समावेशी है। दूसरी विचारधारा भाजपा की है, जो संकुचित है। मौजूदा केंद्र सरकार उत्तर और दक्षिण के बीच भाषा, क्षेत्र और धर्म की लकीरें खींच रही है। इसे रोकना जरूरी है।

आनंद शर्मा ने कहा कि आजादी के संग्राम में वादा किया गया था कि आजाद भारत में लोकतंत्र स्थापित होगा। संविधान सबको बराबरी का दर्जा देगा। देश के 30 सूबे 18 भाषाएं हैं और उनका अपना साहित्य है। कांग्रेस की पहचान भारत की इस विविधता और अनेकता में एकता भारत की शक्ति है। संविधान ने एक वोट का अधिकार दिया है, जो अमीर और गरीब को एकसमान मिला है।

उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि भारी बहुमत के दावे करने के पीछे भाजपा और पीएम मोदी का इरादा संविधान बदलने का है। चुनाव आयोग ने चुनाव की घोषणा भी नहीं की थी, एक भी प्रत्याशी ने पर्चा तक नहीं भारा था तब पीएम और गृहमंत्री कहने लगे थे अबकी बार चार सौ पार होगा। उन्होंने इसे संविधान और मतदाता का अपमान करार देते हुए कहा कि देश की जनता को सोचना होगा कि जब इनकी मानसिकता यह है तो इरादा क्या होगा।

उन्होंने कहा कि मंडी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और धर्मशाला में गृहमंत्री अमित शाह ने जो बातें कहीं हैं वो सत्य और जमीनी हकीकत से टकराती हैं। उन्होंने कहा कि देश में इस बार अलग हवा बह रही है और इस बार ये 400 तो क्या 200 पार नहीं हो पाएंगे। इनका काम बार-बार बादे करना है और हर बार नया वादा लेकर आते हैं। अब सबको एक साथ नहीं ठगा जा सकता है। उन्होंने कहा कि देश सवाल पूछ रहा है कि 20 करोड़ रोजगार कहा हैं, महंगाई कम क्यों नहीं हो रही है। किसानों को एमएसपी का अधिकार क्यों नहीं मिल रहा है।