बच्चों में भारतीय मूल्य संस्कार का बीजारोपण आवश्यक : लक्ष्मण आचार्य

वाराणसी, 02 अप्रैल (हि.स.)। सिक्किम के राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य ने कहा कि विश्व में भारतीय शिक्षा, संस्कृति एवं भाषा उत्कृष्ट है। भारतीय इतिहास गौरवपूर्ण है। भारत के लोगों को पराधीनता के भाव से मुक्त होना चाहिए। भारतीय पद्धति वेष भूषा, खान-पान, भाषा एवं इतिहास पर गर्व करना चाहिए।

यह बातें राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य ने मंगलवार को महमूरगंज स्थित निवेदिता शिक्षा सदन में केशव बाल पुस्तकालय की ओर से आयोजित संस्कृति एवं सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता-2023 के पुरस्कार वितरण एवं प्रतिभा सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए कही। समारोह में बच्चों में पुरस्कार वितरित कर राज्यपाल ने कहा कि बच्चों में भारतीय मूल्य संस्कार का बीजारोपण आवश्यक है। अपने-अपने दायित्व के निर्वहन से ही रामराज्य की संकल्पना साकार होगी।

समारोह में विशिष्ट अतिथि संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा ने कहा कि आधुनिक युग में बच्चों को भारतीय सांस्कृतिक परंपरा से जोड़ने की जरुरत है। भारत के युवा भारतीय संस्कृति के वाहक है। विद्यार्थियों को अपने जीवन में भारतीय संस्कृति का अनुकरण चाहिए। भारतीय परंपरा को जीने का प्रयास करना चाहिए।

कुलपति ने कहा कि प्रतिस्पर्धा में असफल होने पर निराश नहीं होना चाहिए। बड़े मन से हार को स्वीकार करना चाहिए। कार्यक्रम संयोजक चारुचंद्र राम त्रिपाठी ने समारोह में परिणाम घोषित किया। उन्होंने बताया कि पुस्तकालय की ओर से आयोजित प्रतियोगिता में 125 विद्यालयों के 9645 अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया। इनमें शिशु वर्ग में आंकाक्षा पांडेय प्रथम, अविनाश पांडेय द्वितीय रहे। बाल वर्ग में रौशनी यादव ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। प्रांजल सिंह द्वितीय रहे। तरुण वर्ग में कृष्ण बरनवाल अव्वल रहे।

कार्यक्रम का संचालन पुस्तकालय के अध्यक्ष डॉ. हरेंद्र राय, धन्यवाद ज्ञापन डॉ. आनंद प्रभा सिंह ने दिया। कार्यक्रम में जयप्रकाश, सुरेंद्र सिंह, पृथ्वी नाथ पंचोली, डॉ.चंद्रमणि सिंह, डॉ. प्रतिभा यादव, संजीव सिंह बिल्लू, अवधेंद्र सिंह आदि उपस्थित रहे।