इजरायल की सेना (IDF) ने गुरुवार को एक साहसिक और गुप्त ऑपरेशन का खुलासा किया। इस ऑपरेशन में सीरिया के मसायाफ क्षेत्र में स्थित एक ईरानी वित्तपोषित अंडरग्राउंड सटीक मिसाइल निर्माण साइट को नष्ट कर दिया गया। इजरायल के मुताबिक, यह ऑपरेशन 8 सितंबर 2024 को अंजाम दिया गया था।
ऑपरेशन का उद्देश्य और सफलता
IDF ने यह ऑपरेशन “ऑपरेशन मैनी वेज़” नाम से चलाया।
- लक्ष्य:
- सीरिया में असद शासन और लेबनान में हिज़्बुल्लाह के लिए सटीक मिसाइलों का उत्पादन रोकना।
- ईरान द्वारा वित्तपोषित और समर्थित मिसाइल निर्माण की गतिविधियों को खत्म करना।
- स्थान: मसायाफ क्षेत्र, सीरिया।
- परिणाम: मिसाइल निर्माण साइट और उसमें इस्तेमाल होने वाली महत्वपूर्ण मशीनरी को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया।
DECLASSIFIED: In September 2024, before the fall of the Assad Regime, our soldiers conducted an undercover operation to dismantle an Iranian-funded underground precision missile production site in Syria.
Watch exclusive footage from this historic moment. pic.twitter.com/s0bTDNwx77
— Israel Defense Forces (@IDF) January 2, 2025
ऑपरेशन में इस्तेमाल की गई ताकत
इजरायल ने इस मिशन को अंजाम देने के लिए बड़े पैमाने पर संसाधनों का उपयोग किया:
- 100 से ज्यादा किंगफिशर लड़ाकू विमान।
- नौसैनिक जहाजों और हेलीकॉप्टरों ने फायर कवर प्रदान किया।
- जमीनी लड़ाकों ने साइट पर छापा मारा।
वायु सेना के कमांडर, मेजर जनरल तोमर बार ने इसे इजरायल की सुरक्षा के लिए “महत्वपूर्ण कदम” बताया।
עכשיו ניתן לחשוף: למעלה מ-100 לוחמי שלדג פשטו והשמידו אתר תת-קרקעי לייצור טילים מדויקים, במבצע מיוחד של חיל-האוויר בספטמבר האחרון, במרחב מסיאף שבעומק סוריה.https://t.co/VQMkHDFMsI pic.twitter.com/27jaucccJp
— Israeli Air Force (@IAFsite) January 2, 2025
कैसे अंजाम दिया गया ऑपरेशन?
- सटीक प्लानिंग और तैयारी:
- IDF के जवान हेलीकॉप्टरों के जरिए साइट पर उतरे।
- नौसैनिक जहाजों और लड़ाकू विमानों ने क्षेत्र को फायर कवर दिया।
- साइट पर कार्रवाई:
- जवानों ने मिसाइल निर्माण में इस्तेमाल होने वाली मशीनरी, जैसे ग्रहीय मिक्सर, जब्त की।
- खुफिया दस्तावेज और हथियार भी बरामद किए गए।
- कैंपस को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया।
- सुरक्षित वापसी:
- मिशन के पूरा होने के बाद जवान सुरक्षित लौट आए।
IDF ने वीडियो फुटेज किया जारी
IDF ने ऑपरेशन का वीडियो फुटेज सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर किया।
- वीडियो में दिखाया गया:
- लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर मिशन को अंजाम देते हुए।
- जवान मिसाइल निर्माण की मशीनरी को नष्ट करते हुए।
- IDF का संदेश:
- “सितंबर 2024 में, असद शासन के पतन से पहले, हमने ईरानी वित्तपोषित सटीक मिसाइल निर्माण साइट को नष्ट करने के लिए यह ऑपरेशन किया।”
इजरायल की रणनीतिक सोच
टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के अनुसार, यह ऑपरेशन लेबनान में हिज़्बुल्लाह और सीरिया के असद शासन की सटीक मिसाइल निर्माण क्षमताओं को कमजोर करने के उद्देश्य से किया गया था।
- ईरान का प्रभाव: ईरान लंबे समय से हिज़्बुल्लाह और सीरिया को हथियार और फंड प्रदान करता आ रहा है।
- इजरायल की चिंताएं:
- हिज़्बुल्लाह और सीरिया की बढ़ती मिसाइल क्षमताएं इजरायल की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा हैं।
कमांडर का संबोधन
ऑपरेशन के बाद, वायु सेना कमांडर मेजर जनरल तोमर बार ने अपने जवानों की तारीफ की।
उन्होंने कहा:
“इस ऑपरेशन के जरिए हमने इजरायल की सुरक्षा को सुनिश्चित किया। यह हमारे अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण कदम था। आने वाली पीढ़ियों को हम यह गर्व से बता सकते हैं कि हमने अपने देश के लिए एक बड़ा योगदान दिया।”
ईरानी-फंडेड साइट और मिसाइल प्रोडक्शन का खतरा
सीरिया में यह साइट सटीक मिसाइलों के निर्माण के लिए बनाई गई थी।
- साइट की विशेषताएं:
- भूमिगत निर्माण, जिससे इसे आसानी से नष्ट करना मुश्किल हो।
- ईरानी वित्त और तकनीकी समर्थन।
- IDF का आकलन:
- यह साइट हिज़्बुल्लाह और सीरिया के लिए रणनीतिक हथियार निर्माण का केंद्र थी।
भविष्य में इजरायल का रुख
इजरायल ने इस ऑपरेशन के जरिए साफ संदेश दिया है कि वह अपनी सुरक्षा के लिए हर कदम उठाएगा।
- क्षेत्र में ईरान के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए इजरायल आक्रामक रणनीति अपनाएगा।
- हिज़्बुल्लाह और सीरिया के खतरों का जवाब देने के लिए इजरायल सतर्क रहेगा।