कोलकाता की एग्री-बेस्ड कंपनी रीगल रिसोर्सेज लिमिटेड ने अपने आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) के लिए कदम बढ़ा दिए हैं। कंपनी ने इसके लिए बाजार नियामक सेबी के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) दाखिल किया है। आईपीओ में 190 करोड़ रुपये तक के फ्रेश इश्यू और प्रमोटर द्वारा नौ मिलियन इक्विटी शेयरों की बिक्री की पेशकश (OFS) शामिल होगी।
आईपीओ का उपयोग और योजना
फंड का उपयोग
रीगल रिसोर्सेज लिमिटेड नए इश्यू से प्राप्त धनराशि का उपयोग निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए करेगी:
- कर्ज की री-पेमेंट और पूर्व-भुगतान।
- सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए।
प्रमुख प्रबंधक और रजिस्ट्रार
- बुक-रनिंग लीड मैनेजर:
- पंतोमैथ कैपिटल एडवाइजर्स।
- सुमेधा फिस्कल सर्विसेज।
- रजिस्ट्रार: लिंक इनटाइम इंडिया।
लिस्टिंग प्लेटफॉर्म
- कंपनी के इक्विटी शेयरों को एनएसई (NSE) और बीएसई (BSE) पर सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है।
प्रतिस्पर्धा
रीगल रिसोर्सेज का मुकाबला संस्टार, गुजरात अंबुजा एक्सपोर्ट्स, गुलशन पॉलीओल्स, और सुखजीत स्टार्च एंड केमिकल्स जैसी सूचीबद्ध कंपनियों से होगा।
कंपनी का परिचय और प्रदर्शन
कंपनी की विशेषता
रीगल रिसोर्सेज लिमिटेड मक्का आधारित उत्पादों की एक प्रमुख निर्माता कंपनी है। इसमें निम्नलिखित उत्पाद शामिल हैं:
- स्टार्च और विशेष स्टार्च।
- खाद्य-ग्रेड स्टार्च।
- स्टार्च व्युत्पन्न उत्पाद।
क्षमता और राजस्व
- उत्पादन क्षमता:
- कंपनी की स्थापित पेराई क्षमता 750 टन प्रतिदिन है।
- राजस्व वृद्धि:
- वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का परिचालन से राजस्व 22.97% बढ़कर 600 करोड़ रुपये हो गया।
- यह वृद्धि मुख्य रूप से विनिर्मित और व्यापारिक वस्तुओं की बिक्री में वृद्धि के कारण दर्ज की गई।
- मैन्युफैक्चरिंग यूनिट:
- बिहार के किशनगंज में स्थित है।
उद्योग में स्थिति
रीगल रिसोर्सेज भारत में मक्का आधारित उत्पादों के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है। इसका उद्देश्य विशेष स्टार्च और मक्का व्युत्पन्न उत्पादों के क्षेत्र में अपनी उपस्थिति को और मजबूत करना है।
2025 का पहला आईपीओ: स्टैन्डर्ड ग्लास लाइनिंग टेक्नोलॉजी
रीगल रिसोर्सेज का आईपीओ लॉन्च होने से पहले, साल 2025 का पहला आईपीओ स्टैन्डर्ड ग्लास लाइनिंग टेक्नोलॉजी का होगा।
- आईपीओ साइज: 410.05 करोड़ रुपये।
- प्राइस बैंड: 133-140 रुपये प्रति शेयर।
- खुलने की तिथि: 6 जनवरी 2025।
- बंद होने की तिथि: 8 जनवरी 2025।
- बड़े (एंकर) निवेशक 3 जनवरी 2025 को बोली लगा सकते हैं।