
लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के हेड कोच जस्टिन लैंगर ने टीम के युवा तेज गेंदबाज मयंक यादव को लेकर अहम जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि मयंक की रिकवरी अच्छी चल रही है और वह जल्द ही टीम के साथ जुड़ सकते हैं। मयंक फिलहाल बेंगलुरु में बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में 90 से 95 प्रतिशत तीव्रता से गेंदबाजी कर रहे हैं। अगर सब कुछ ठीक रहा, तो वह जल्द आईपीएल 2025 में खेलते नजर आ सकते हैं।
मयंक की फिटनेस को लेकर कोच का भरोसा
मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में जस्टिन लैंगर ने कहा, “मयंक यादव अब लगभग पूरी तरह से फिट हैं और यह भारतीय क्रिकेट व आईपीएल दोनों के लिए एक बेहतरीन खबर है। मैंने नेशनल क्रिकेट अकादमी में उनकी गेंदबाजी के कुछ वीडियो देखे हैं। वह 90 से 95 प्रतिशत क्षमता के साथ गेंदबाजी कर रहे हैं। हमने पिछले सीजन में उनकी रफ्तार और धार देखी थी। मुझे नहीं लगता कि भारत में उनसे तेज गेंदबाजी करने वाला कोई और गेंदबाज है।”
हालांकि लैंगर ने उनकी वापसी की कोई निश्चित तारीख नहीं बताई, लेकिन संकेत जरूर दिए कि मयंक जल्द ही मैदान पर नजर आ सकते हैं।
चोट से उबर रहे हैं मयंक
इस सीजन में मयंक यादव अब तक एक भी मुकाबला नहीं खेल पाए हैं। वह पीठ और पैर की चोट से जूझ रहे थे। जस्टिन लैंगर ने कहा कि मयंक खेलने के लिए बेहद उत्सुक हैं। उन्होंने एनसीए की सराहना करते हुए बताया कि संस्था ने आवेश खान और आकाश दीप जैसे खिलाड़ियों को फिट करके टीम को लौटाया है और उम्मीद है कि मयंक भी जल्द फिट होकर टीम से जुड़ेंगे।
मयंक की रफ्तार ने मचाया था धमाल
21 वर्षीय मयंक यादव ने पिछले सीजन में अपनी तेज गेंदबाजी से सभी को चौंका दिया था। उन्होंने लगातार 150 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार से गेंदबाजी की थी और विकेट लेने की क्षमता भी दिखाई थी। उनकी वापसी लखनऊ सुपर जायंट्स की गेंदबाजी को मजबूती दे सकती है, खासकर तब जब टीम का गेंदबाजी विभाग इस सीजन में चोटों के कारण कमजोर दिखा है।
मोहसिन खान, मयंक यादव, आवेश खान और आकाश दीप चोट से जूझ रहे थे, हालांकि अब इनमें से कई खिलाड़ी लौट चुके हैं। शार्दुल ठाकुर भी टीम में शामिल हैं और उन्होंने चार मैचों में सात विकेट लेकर प्रभावी प्रदर्शन किया है। मुंबई के खिलाफ खेले गए मुकाबले में उन्होंने निर्णायक 19वां ओवर डाला।
सबसे तेज गेंदबाज बनने की क्षमता
दुनिया में सबसे तेज गेंद फेंकने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर के नाम है। 2003 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने 161.3 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी की थी। अब तक कोई भी गेंदबाज इस रिकॉर्ड को तोड़ नहीं सका है।
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि भारत का युवा तेज गेंदबाज मयंक यादव इस रिकॉर्ड को चुनौती देने की क्षमता रखता है। बचपन से ही मयंक को तेज गति वाले जेट विमानों, रॉकेट्स और सुपरबाइक्स से लगाव रहा है। इसी से प्रेरणा लेकर उन्होंने अपनी गेंदबाजी में गति को प्राथमिकता दी और आज वह भारत के सबसे तेज गेंदबाजों में से एक माने जा रहे हैं।
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