आईपीएल 2024: प्रीति जिंटा को नीलामी में ‘घोर अपमान’ का अफसोस! उन्होंने पंजाब टीम की शर्मिंदगी बचाई

कहते हैं कि कभी-कभी खोटा सिक्का भी काम आ जाता है…ऐसा ही कुछ गुजरात टाइटंस और पंजाब किंग्स के बीच मैच के दौरान देखने को मिला. इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 का 17वां मैच गुजरात टाइटंस और पंजाब किंग्स के बीच नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला गया, जिसमें शशांक सिंह ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और यादगार पारी खेलकर अपनी टीम को शर्मिंदगी से बचाया। अगर आपको याद हो तो ये वही शशांक सिंह हैं जिनकी पहले पंजाब टीम में नीलामी हुई थी और फिर उन्हें रिटेन करने से इनकार कर दिया गया था। अब उसी खिलाड़ी ने मैदान पर ऐसा ‘जघन्य अपमान’ सहने के बाद जवाब दिया है. एक निश्चित हार का सामना कर रही टीम ने जीत को दरवाजे पर ला खड़ा किया। गुजरात के खिलाफ शशांक ने 29 गेंदों पर 61 रनों की नाबाद पारी खेली. 4 छक्के और 6 चौके लगाए. इस पारी की मदद से पंजाब ने गुजरात के खिलाफ जीत हासिल की. 

नीलामी में क्या हुआ?
मालूम हो कि जब आईपीएल 2024 के लिए नीलामी चल रही थी तो पंजाब किंग्स शशांक नाम के खिलाड़ी को लेकर असमंजस में थी. पंजाब की टीम 19 साल के शशांक को खरीदना चाहती थी लेकिन नीलामी में उन्होंने 32 साल के शशांक पर बोली लगा दी. छत्तीसगढ़ के इस खिलाड़ी को पंजाब ने खरीदा लेकिन तब फ्रेंचाइजी ने यह कहकर लेने से इनकार कर दिया कि वह खरीदना नहीं चाहती, लेकिन बोली शुरू होने के बाद अब टीम ने उन्हें अपने साथ रखने का फैसला किया और सोशल मीडिया पर सफाई भी दी. 

गुजरात के खिलाफ मैच में राशिद खान और नूर अहमद के सामने घुटने टेकने वाले गुजरात के खांटू गेंदबाज
शशांक सिंह की गेंदबाजी से पंजाब के बल्लेबाजों के होश उड़ गए. मैच में गुजरात की टीम ने पंजाब के सामने 200 रनों का लक्ष्य रखा. जिसके जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी पंजाब टीम की शुरुआत बेहद खराब रही. कप्तान धवन 1 रन बनाकर आउट हुए. शीर्ष क्रम के बाकी बल्लेबाज कुछ खास नहीं कर सके. हालांकि प्रभसिमरन सिंह ने मैच में 35 रनों का योगदान जरूर दिया लेकिन वो भी टीम को मझधार में छोड़कर आउट हो गए. लेकिन छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए शशांक ने मोर्चा संभाला. गुजरात की टीम जीतती-हारती रही. 

शशांक के साथ-साथ आशुतोष शर्मा ने भी अहम योगदान दिया और निचले क्रम पर आने के बावजूद 31 रन बनाकर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई. इस तरह पंजाब ने एक गेंद शेष रहते जीत हासिल कर ली।