गोल्ड की कीमतों में फिर आई तेजी, बाजार में निवेशकों की बढ़ी दिलचस्पी

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बड़ी गिरावट के बाद एक बार फिर गोल्ड की कीमतों में उछाल देखने को मिला है। कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स में 17 फरवरी को गोल्ड फ्यूचर्स में तेजी दर्ज की गई। सुबह 10 बजे यह 359 रुपये यानी 0.42 फीसदी बढ़कर 85,037 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया। इससे पहले 14 फरवरी को ग्लोबल मार्केट में गोल्ड की कीमतों में 1.6 फीसदी की बड़ी गिरावट देखी गई थी, जिससे यह 2,886 डॉलर प्रति औंस तक आ गया था। हालांकि, 13 फरवरी को यह 2,942.68 डॉलर प्रति औंस के उच्चतम स्तर तक पहुंच चुका था।

क्या गोल्ड 3,000 डॉलर का स्तर पार करेगा?

मार्केट एनालिस्ट्स का मानना है कि शुक्रवार को बड़ी गिरावट के बाद गोल्ड में मजबूती लौट आई है। फिलहाल गोल्ड का आउटलुक पॉजिटिव नजर आ रहा है। अगर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आक्रामक टैरिफ नीति को लेकर अनिश्चितता बनी रहती है, तो शॉर्ट टर्म में गोल्ड 3,000-3,080 डॉलर प्रति औंस के स्तर को पार कर सकता है। 2025 में अब तक गोल्ड ने 10 फीसदी से अधिक का रिटर्न दिया है, जो शेयर बाजार और बिटकॉइन से भी बेहतर प्रदर्शन माना जा रहा है।

अमेरिका की टैरिफ नीति पर रहें नजरें

अमेरिका का रेसिप्रोकल टैरिफ 1 अप्रैल से लागू हो सकता है। यदि ऐसा होता है, तो ट्रेड वॉर और महंगाई में बढ़ोतरी की संभावना है। वैश्विक बाजार में बढ़ती अनिश्चितता के चलते निवेशकों का गोल्ड में झुकाव बढ़ सकता है। इतिहास गवाह है कि जब भी दुनिया में आर्थिक या राजनीतिक अस्थिरता बढ़ती है, तब गोल्ड को सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है।

भू-राजनीतिक घटनाओं का असर

डॉलर इंडेक्स में 17 फरवरी को हल्की गिरावट देखी गई, जिससे यह 106 के स्तर पर आ गया। बीते एक महीने में इसमें 2 फीसदी से ज्यादा की कमजोरी आई है। डॉलर के कमजोर होने से अन्य मुद्राओं में गोल्ड खरीदना सस्ता हो जाता है। केसीएम ट्रेड के प्रमुख मार्केट एनालिस्ट टिम वाटरर का मानना है कि अगर अमेरिका और रूस के बीच रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने पर कोई समझौता होता है, तो इसका असर गोल्ड की कीमतों पर देखने को मिलेगा और इसकी चमक फीकी पड़ सकती है।

निवेशकों के लिए क्या रणनीति होनी चाहिए?

विशेषज्ञों का मानना है कि निवेश पोर्टफोलियो में गोल्ड का होना जरूरी है। जिन निवेशकों ने अब तक गोल्ड में निवेश नहीं किया है, वे इसे अपने पोर्टफोलियो में शामिल कर सकते हैं। हालांकि, इसमें एकमुश्त निवेश करने की बजाय धीरे-धीरे निवेश करना बेहतर रहेगा। निवेशक हर गिरावट पर गोल्ड की थोड़ी-थोड़ी खरीदारी कर सकते हैं। इसके अलावा, डिजिटल गोल्ड में भी निवेश एक अच्छा विकल्प है। गोल्ड ईटीएफ और गोल्ड म्यूचुअल फंड्स के जरिए भी निवेश किया जा सकता है।