दिल्ली में मुख्यमंत्री शपथ ग्रहण समारोह के दौरान भाजपा और एनडीए ने शक्ति प्रदर्शन किया। 27 साल बाद भाजपा की सरकार बनने की खुशी में एनडीए के तमाम सहयोगी दल भी इस ऐतिहासिक मौके का हिस्सा बने। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी सहयोगी नेताओं से गर्मजोशी से मुलाकात की, लेकिन उनकी आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण के साथ हुई बातचीत खास चर्चा का विषय बन गई।
पीएम मोदी और पवन कल्याण की दिलचस्प बातचीत
अभिनेता से राजनेता बने पवन कल्याण ने पीएम मोदी के साथ हुई बातचीत का जिक्र करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री हमेशा उनके साथ मजाकिया अंदाज में बात करते हैं। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ। पीएम मोदी ने उनके पहनावे पर टिप्पणी करते हुए पूछा, “क्या तुम सब कुछ छोड़कर हिमालय जाने वाले हो?” इस पर पवन कल्याण ने हंसते हुए जवाब दिया, “अभी नहीं, अभी बहुत सारा काम बाकी है। हिमालय इंतजार कर सकता है।”
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दरअसल, शपथ ग्रहण समारोह में पवन कल्याण साधुओं जैसा गेरुआ वस्त्र पहनकर पहुंचे थे, जिसने सभी का ध्यान आकर्षित किया। हाल ही में वह तीर्थयात्रा पर गए थे, जहां उन्होंने दक्षिण भारत के कई मंदिरों के दर्शन किए और महाकुंभ में भी हिस्सा लिया था।
आंध्र प्रदेश में पवन कल्याण का प्रभाव
आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पद पर बैठे पवन कल्याण, पीएम मोदी के करीबी माने जाते हैं। हाल ही में हुए लोकसभा और आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी ने एनडीए के साथ मिलकर शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने जिन सीटों पर चुनाव लड़ा, उनमें से सभी पर जीत दर्ज की, जिससे उनकी लोकप्रियता और भी बढ़ गई।
27 साल बाद दिल्ली में भाजपा की वापसी
दिल्ली में आम आदमी पार्टी को हराकर भाजपा ने सत्ता में वापसी की है। नव-निर्वाचित मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने एक भव्य समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। भाजपा ने इससे पहले सुषमा स्वराज को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया था, लेकिन उनके हारने के बाद पार्टी को दिल्ली की सत्ता में वापसी के लिए 27 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा।
इस शपथ ग्रहण समारोह ने न केवल दिल्ली में भाजपा की जीत को ऐतिहासिक बना दिया, बल्कि एनडीए की एकता और मजबूत गठबंधन का भी प्रदर्शन किया।