पुलिस घायलों को भर्ती करने के बजाय ‘जिम्मेदार कौन’ मुद्दे पर अड़ी रही

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बेंगलुरु: कुछ समय पहले, एक डॉक्टर ने अपनी समय की पाबंदी से दिल्ली हवाई अड्डे पर दिल का दौरा पड़ने वाले एक बुजुर्ग नागरिक की जान बचाई थी। अब उसके उलट बेंगलुरु पुलिस की लापरवाही और अमानवीय रवैये का एक वीडियो सामने आया है.

 दो पुलिसकर्मी इस बात पर तीखी बहस करते नजर आ रहे हैं कि घायल को अस्पताल पहुंचाने की बजाय यह जिम्मेदारी आपकी है. 

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो में दो पुलिसकर्मी घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने के बजाय इस बात पर तीखी बहस करते नजर आ रहे हैं कि इस मामले में कौन जिम्मेदार है. दोनों पुलिसकर्मी आपस में तीखी नोकझोंक करते नजर आए. जबकि दूसरी तरफ से एक व्यक्ति घायल अवस्था में तड़प रहा था. 

तीखी बहस के दौरान दोनों एक-दूसरे को उनकी जिम्मेदारी का एहसास कराते नजर आए. लेकिन उनमें से किसी ने नहीं देखा कि घायल व्यक्ति से खून बह रहा था और उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। अगर जल्दी नहीं किया गया तो वह मर जायेगा. अब इस वीडियो के वायरल होने के बाद बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर ने इन पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. इस प्रकार एक ओर जहां एक महिला डॉक्टर कुछ भी न जानने और न जानने के बावजूद सीपीआर देकर एक व्यक्ति की जान बचाती है। वहीं दूसरी ओर ये दो पुलिसकर्मी ऐसे हैं जो अपनी ड्यूटी के बावजूद अपनी आंखों के सामने एक घायल व्यक्ति को मौत के मुंह में धकेल रहे हैं. शायद इसी को तुमारशाही कहा जाता है.