Inspector Zende Netflix : क्या फैमिली मैन वाला जादू फिर चला? मनोज बाजपेयी की इंस्पेक्टर जेंडे आपको हंसाएगी या पकाएगी?

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News India Live, Digital Desk : सर्दियों की शाम हो और रजाई में बैठकर एक अच्छी मूवी देखने को मिल जाए, तो और क्या चाहिए? अगर आप भी नेटफ्लिक्स (Netflix) पर कुछ नया और मजेदार ढूंढ रहे हैं, तो मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpayee) एक बार फिर आपकी सेवा में हाजिर हैं। इस बार वो न तो गैंगवॉर लड़ रहे हैं और न ही जासूसी कर रहे हैं, बल्कि वो बनकर आए हैं 'इंस्पेक्टर जेंडे' (Inspector Zende)

यह फिल्म एक क्राइम-कॉमेडी (Crime-Comedy) है। मैंने फिल्म देखी और सोचा कि आपके साथ एकदम देसी और ईमानदार रिव्यू शेयर कर दूं, ताकि आप डिसाइड कर सकें कि अपना टाइम इस पर लगाना है या नहीं।

कहानी में कितना दम है?
कहानी एक मर्डर मिस्ट्री के इर्द-गिर्द घूमती है, लेकिन ट्रीटमेंट बहुत ही अलग है। आम तौर पर मर्डर मिस्ट्री सीरियस होती है, लेकिन यहाँ पुलिस वाले (जेंडे) का तरीका ही इतना अजीब और फनी है कि आप डरने की जगह हंसने लगते हैं। इंस्पेक्टर जेंडे एक ऐसा पुलिस वाला है जो काम में स्मार्ट तो है, लेकिन उसके बात करने का तरीका और काम करने का ढंग बिल्कुल हटके है। फिल्म में कई ट्विस्ट और टर्न्स आते हैं जो आपको बांधे रखते हैं।

एक्टिंग का तो क्या ही कहना!
जब स्क्रीन पर मनोज बाजपेयी हों, तो एक्टिंग की चिंता करने की जरूरत ही नहीं होती। उन्होंने जेंडे के किरदार में जान डाल दी है। उनका सरकाज़्म (व्यंग्य), चेहरे के भाव और डायलॉग डिलीवरी इतनी नेचुरल है कि लगता ही नहीं वो एक्टिंग कर रहे हैं। कई सीन में तो वो बिना कुछ बोले ही हंसा देते हैं।

उनके अलावा, सपोर्टिंग कास्ट ने भी अच्छा काम किया है। जो छोटे-छोटे जोक्स और पंचलाइन्स हैं, वो फिल्म को बोझिल नहीं होने देते।

क्या कमी रह गई?
सच्चाई यह है कि अगर आप 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' या 'फैमिली मैन' जैसी इन्टेंस कहानी की उम्मीद कर रहे हैं, तो शायद आपको थोड़ी निराशा हो। यह फिल्म 'लाइट हार्टेड' है। कुछ जगहों पर कहानी थोड़ी खिंची हुई लगती है, जिसे एडिट किया जा सकता था। क्लाईमेक्स थोड़ा और बेहतर हो सकता था, लेकिन कॉमेडी उस कमी को ढक देती है।

देखें या नहीं? (Final Verdict)
मेरी राय में, 'इंस्पेक्टर जेंडे' एक "जरूर देखी जाने वाली" (Must Watch) फिल्म है, खासकर अगर आप भारी-भरकम मारधाड़ या रोना-धोना नहीं देखना चाहते। यह एक 'फील गुड' क्राइम मूवी है। मनोज बाजपेयी के फैंस के लिए तो यह किसी ट्रीट से कम नहीं है।

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