पटना – बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज से अपनी प्रगति यात्रा पर निकलेंगे। यह यात्रा सरकारी योजनाओं की प्रगति का निरीक्षण और आम जनता के साथ संवाद स्थापित करने के उद्देश्य से की जा रही है। यात्रा का शुभारंभ पश्चिम चंपारण जिले के बगहा-2 प्रखंड के संतपुर पंचायत के थारू टोला से होगा।
यात्रा का कार्यक्रम: कहां और कब?
मुख्यमंत्री सुबह करीब 11 बजे कदमहिया हेलीपैड पर उतरेंगे और वहां से सड़क मार्ग के जरिए थारू टोला घोठवा जाएंगे। यात्रा के दौरान:
- योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण।
- थारू समुदाय द्वारा निर्मित उत्पादों का निरीक्षण।
- जीविका दीदियों के साथ संवाद।
यात्रा में कौन-कौन शामिल होंगे?
इस यात्रा में नौ विभागों के प्रमुख अधिकारी क्षेत्र भ्रमण और जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में शामिल रहेंगे। इनके अलावा:
- अन्य विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव, और संबंधित अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक से जुड़ेंगे।
- जिला कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के उपाध्यक्ष, जिला अध्यक्ष, जिला परिषद, महापौर, और नगर परिषद अध्यक्ष भी उपस्थित रहेंगे।
- प्रभारी मंत्री, गृह जिले के मंत्री, सांसद, विधायक, और विधान परिषद सदस्य भी अपने-अपने जिलों में कार्यक्रम में भाग लेंगे।
क्या होगी यात्रा की विशेषताएं?
मुख्यमंत्री की इस यात्रा की खास बात यह है कि:
- जनसभा नहीं होगी।
- वह सीधे गांवों में जाकर सरकार की विकास योजनाओं की प्रगति देखेंगे।
- आम लोगों और जीविका दीदियों के साथ संवाद करेंगे।
- दोपहर में समीक्षा बैठक के बाद पटना लौट आएंगे।
- पहले की तरह इस बार भी मुख्यमंत्री रात्रि विश्राम नहीं करेंगे।
यात्रा के उद्देश्य
मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा का मुख्य उद्देश्य है:
- योजनाओं का जमीनी स्तर पर निरीक्षण।
- ग्रामीण जनता के साथ सीधा संवाद।
- विभिन्न सरकारी योजनाओं के कार्यान्वयन की स्थिति का आकलन।
- थारू समुदाय और जीविका दीदियों जैसे स्थानीय समूहों के साथ बातचीत।
समीक्षा बैठकों का महत्व
यात्रा के दौरान आयोजित जिला स्तरीय समीक्षा बैठकें राज्य में योजनाओं के क्रियान्वयन का आकलन करने और संबंधित समस्याओं को हल करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम हैं। इन बैठकों में लिए गए निर्णय राज्य की विकास योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाएंगे।