इंदौरः जिले में तालाबों के जीर्णोद्धार एवं जल संग्रहण के कार्य हुए प्रारंभ

इंदौर, 15 मार्च (हि.स.)। जिले में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट की पहल पर प्रारंभ हुए जल-हठ अभियान के तहत तालाबों के जीर्णोद्धार एवं जल संग्रहण के कार्य प्रारंभ कर दिए गए हैं। इसके तहत जिला पंचायत द्वारा सवा करोड रुपये से अधिक की राशि के कार्य मंजूर किए गए हैं।

जल संसाधन विभाग, राजस्व विभाग एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की भागीदारी से तालाब संरक्षण एवं सर्वधन हेतु “जल-हठ” अभियान संचालित किया जा रहा है। इन्दौर जिले में उक्त अभियान में जनभागीदारी आमंत्रित करने हेतु एवं जन प्रतिनिधियों को अभियान से जोड़ने हेतु जिला स्तर पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट की अध्यक्षता में जन प्रतिनिधियों की बैठक पिछले दिनों आयोजित की गई थी। जिसमें विधायक राऊ मधु वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष रीना सतीश मालवीय, उपाध्यक्ष जिला पंचायत भारतसिंह पटेल एवं जिले की चारों जनपद पंचायत के अध्यक्षगण द्वारा जिले में “जल-हठ” अभियान को जनभागीदारी से जन आंदोलन का रूप देने का आव्हान किया गया था।

कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा जिले में अभियान में 51 तालाब का जीर्णोद्धार कार्य लिये जाने के निर्देश दिये गये जिसके पालन में जनपद पंचायत देपालपुर में 17, जनपद पंचायत सांवेर मे 16, जनपद पंचायत महू मे 11 एवं जनपद पंचायत इन्दौर में 09 कुल 53 कार्य चिन्हित किये गये है। अभियान अन्तर्गत 14 तालाबों में मनरेगा से जीर्णोद्धार एवं सुदृढीकरण हेतु 113.69 लाख रुपये की स्वीकृति जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी, सिद्धार्थ जैन द्वारा जारी की गई है।

जिला पंचायत सीईओ सिद्धार्थ जैन ने शुक्रवार को बताया कि अभियान अन्तर्गत 24 स्थानों में गहरीकरण के कार्य किये जाएंगे। जनभागीदारी से तालाब की गाद निकाली जाकर उपजाऊ मिट्टी किसानों के खेतों मे किसानों के व्यय से परिवहन की जावेगी। जिले में 06 स्थानों पर गहरीकरण का कार्य प्रारम्भ हो चुका है। अभियान अन्तर्गत चयनित कार्यों में 21 तालाबों में राजस्व अधिकारियों द्वारा तालाब का सीमांकन कर इन तालाबों को अतिक्रमण मुक्त किया जाना के निर्देश जिला कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा संबंधित अनुविभागीय अधिकारियों को दिये गये है। जिससे इन तालाबों में जल संग्रहण क्षमता वृद्धि हो सकेगी।

अभियान में राष्ट्रीय स्तर पर कार्यरत बी. जे. एस. समाज सेवी संस्था के साथ जिला पंचायत सीईओ द्वारा एमओयू भी हस्ताक्षर किया गया है। जिसके अन्तर्गत एन.जी.ओ द्वारा गहरीकरण हेतु जेसीबी मशीन एवं प्रचार-प्रसार हेतु आईईसी सामग्री एवं प्रचार रथ भी उपलब्ध कराया जायेगा।