इंदौरः जिले में खुले-अनुपयोगी बोरिंग का बंद कर पंचायतों को देना होगा प्रमाण पत्र प्राप्त

इंदौर, 17 अप्रैल (हि.स.)। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रीष्मकाल को देखते हुए पेयजल व्यवस्था सुगम बनाये रखने के निर्देश दिये गये हैं। जिला पंचायत के सीईओ सिद्धार्थ जैन ने मंगलवार को पेयजल व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों की बैठक ली और पेयजल व्यवस्था की समीक्षा की। बैठक में जिले की समस्त जनपद पंचायत सीईओ, सहायक यंत्री मनरेगा, सहायक यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, उद्योग विभाग के जनपद प्रभारी एवं जिला पंचायत के सभी परियोजना अधिकारी के कार्यो की समीक्षा की गई।

महू जनपद के ग्राम सिलोटिया, जुलवानिया एवं जाकुखेडी में पेयजल स्त्रोत की समस्या ज्ञात होने पर पीएचई विभाग को इन ग्रामों में नवीन सोर्स के लिये कार्य करने के निर्देश दिये गये। देपालपुर के ग्राम ललेण्डीपुरा एवं महू के ग्राम जुलवानिया में पेयजल स्त्रोत के रूप मे मनरेगा अन्तर्गत सामुदायिक निर्मल नीर कूप निर्माण की आवश्यकता बताई गई। ग्राम कुशलपुरा, कदवाली, रामघाट पलाशघाट की मोटर चोरी होने पर सीईओ जिला पंचायत द्वारा पीएचई सहायक यंत्री महू को निर्देशित किया गया कि मोटर चोरी के संबंध में पुलिस प्रकरण दर्ज कराये। ग्राम में पेयजल व्यवस्था बनाने के लिये अन्य वैकल्पिक मोटर की कार्यवाही की जाये। उन्होंने क्षतिग्रस्त पाइल लाइन को दुरस्थ करने के निर्देश दिये। सांवेर के ग्राम पंचडेरिया में कालोनाईजर द्वारा पेयजल व्यवस्था नही करने पर उनके विरूद्ध कालोनी सेल को प्रस्ताव प्रेषित करने के निर्देश दिये गये । जनपद देपालपुर अन्तर्गत ग्राम डासरी, पलासिया पार एवं जलोदियापंत मे नलजल योजना सुधार हेतु सीईओ जनपद को निर्देशित किया गया।

समीक्षा बैठक में रीवा जिले मे ट्यूबवेल में फंसने से बच्चे की दुर्घटना मृत्यु के प्रकाश में जैन द्वारा सीईओ जनपद पंचायतों को निर्देशित किया गया कि सभी पंचायत सचिवो से उनके क्षेत्र में खुले पड़े अनुपयोगी बोर का बंद किये जाने का प्रमाण पत्र प्राप्त कर जिले को प्रतिवेदन प्रस्तुत करे। सहायक यंत्री मनरेगा, सहायक यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को निर्देशित किया गया कि प्रत्येक अधिकारी अगले 10 दिवस में क्षेत्र भ्रमण कर 20-20 अनुपयोगी बोरवेल के सुरक्षित बंद करने का स्थल सत्यापन कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करे।