इंदौर, 6 जुलाई (हि.स.)। प्रदेश के ख्याति प्राप्त शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय इंदौर में शनिवार को दो प्रतिभाओं डॉ. राजेश मिश्रा एवं स्व. डॉ. अजय मिश्रा का महाविद्यालय में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। डॉ. राजेश मिश्रा संसद सदस्य सीधी मध्यप्रदेश ने शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय इंदौर से 1980 में बी.डी.एस की उपाधि प्राप्त की थी।
प्रारंभ में महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. संध्या जैन ने अपने स्वागत उदबोधन में इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए डॉ. राजेश मिश्रा को बधाई दी एवं आग्रह किया कि शासकीय डेंटल कॉलेज को सेंटर ऑफ डेंटल एक्सीलेंस बनाने हेतु भारत सरकार से मदद दिलवाएं। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में दंत चिकित्सक, कॉलेज के पूर्व प्राचार्य एवं छात्र उपस्थित थे।
डॉ. राजेश मिश्रा ने कहा कि बचपन में मुझे आठ-दस किलोमीटर प्राथमिक शिक्षा के लिए चलना पड़ता था। इसका फायदा मुझे आज भी मिल रहा है। मैं किसी भी कार्य को करने में 24 घंटे अपना वक्त दे सकता हूँ। मनुष्य को हमेशा संघर्ष करना पडता है लेकिन जिसमें जज्बा होता है वह अपने मुकाम को प्राप्त कर लेता है।
उन्होंने कहा कि आजकल मनुष्य में मनुष्यता होनी आवश्यक है। किसी की भी रेखा को छोटी करने के बजाय अपनी रेखा को बड़ी करनी चाहिए। मैं खुशनसीब हूं की मैं दंत चिकित्सा महाविद्यालय का छात्र रहा हूँ। मुझे मेरे गुरूजनों एवं साथियों से काफी कुछ सीखने को मिला है। मैं इस महाविद्यालय का हमेशा ऋणी रहूँगा तथा कॉलेज के उन्नयन हेतु मेरा पूर्ण सहयोग रहेगा।
इस मौके पर कॉलेज के पूर्व शिक्षक डॉ. अजय मिश्रा को मरणोपरांत सम्मानित किया गया। उनका सम्मान उनकी धर्मपत्नी सरोज मिश्रा को सौंपा गया। डॉ. अजय मिश्रा ने शासकीय दंत चिकित्सा महाविद्यालय इंदौर पिडोडोंशिया विभाग में विभागाध्यक्ष के रूप में अपनी सेवायें पूर्ण की थी। उन्होंने स्वयं के व्यय पर चिकित्सा महाविद्यालय में एल.ई.डी टीवी लगवायी थी। उन्होंने अंत समय में महात्मा गांधी मेडिकल कॉलेज इंदौर में छात्र-छात्राओं को अध्ययन हेतु देहदान किया।
इस अवसर पर डॉ. शशि गांधी, डॉ. अरविंद घनघोरिया, महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ व्ही.पी जलीली, डॉ. बी.एम. श्रीवास्तव, डॉ. सुभाष गर्ग, डॉ. देशराज जैन, वरिष्ठ दंत चिकित्सक डॉ. प्रकाश दीक्षित, डॉ. शैलेन्द्र भण्डारी, डॉ. के.सी. साहू, डॉ. जी. एस. परिहार, डॉ. एच.सी नीमा, डॉ. धोडपकर, डॉ. अंकुर मुखर्जी भी उपस्थित थे। प्रशस्ति पत्र का वाचन डॉ. संध्या जैन ने किया एवं अतिथि परिचय डॉ. मनीष वर्मा ने दिया। अन्त में आभार डॉ. जया जोशी ने माना। कार्यक्रम के आरंभ में महाविद्यालय प्रांगण में करीब 100 पौधों का रोपण किया गया।