इन्दौर, 17 मई (हि.स.)। इंदौर जिले में पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय एवं पर्यटन मंत्रालय के संयुक्त तत्वाधान में आतिथ्य सुविधा जैसे रिसोर्ट, होम स्टे, धर्मशाला इत्यादि में सुविधाओं के लिए स्वच्छता “ग्रीन लीफ रेटिंग सिस्टम” शुरू किया गया है। इसके तहत स्वच्छता तथा जल प्रबंधन के मापदण्डों पर बेहतर कार्य करने वाली जिले की आठ होटल और रिसोर्ट को ग्रीन लीफ रेंटिंग अवार्ड दिया गया। यह अवार्ड शुक्रवार को कलेक्टर आशीष सिंह ने वितरित किये। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन और अपर कलेक्टर राजेन्द्र रघुवंशी भी मौजूद थे।
बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में निर्मित/कार्यरत समस्त शासकीय/अशासकीय रिसोर्ट, होटल, होम स्टे, धर्मशाला आदि आवास सुविधा उपलब्ध कराने वाली इकाईयों, संस्थाओं द्वारा स्वच्छता के मापदण्डों का ध्यान रखा जाना आवश्यक है। इस हेतु आतिथ्य सुविधा जैसे रिसोर्ट, होम स्टे, होटल, धर्मशाला इत्यादि संस्थाओं की मैपिंग जिले द्वारा की जा रही है। जिससे स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) एवं मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड द्वारा उक्त संस्थाओं का विस्तृत स्वच्छता आधारित सर्वे किया गया। इसके आधार पर आतिथ्य शैली में कार्यरत ईकाइयों को “सेफ्ली मैनेज्ड सेनिटेशन (Safely managed sanitation) को बढ़ावा देने के साथ ही इसे अपनाने हेतु स्वच्छता के प्रमुख घटकों जैसे ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, ग्रेवाटर प्रबंधन एवं मल कीचड़ प्रबंधन का सर्वे किया गया। सर्वे एवं सत्यापन पश्चात इन इकाइयों को स्वच्छता रेंटिग प्रदान की गई। ग्रीन लीफ रेटिंग प्रणाली के निष्पादन के लिये जिला स्तरीय समिति तथा सत्यापन उप समिति का गठन किया गया। जिसके अध्यक्ष अनुविभागीय अधिकारी है। जिले में ग्रामीण क्षेत्रो में 46 इकाइयों को चिन्हित किया गया। इनमें से उक्त आठ होटल एवं रिसोर्ट को ग्रीन लीफ रेंटिंग अवार्ड के लिए नामांकित किया गया।