इंडिगो का सिस्टम फेल? जानिये क्यों अचानक ठप पड़ गई देश की सबसे बड़ी एयरलाइन
News India Live, Digital Desk : आप सुबह-सुबह जल्दी उठकर, ट्रैफिक से लड़ते हुए एयरपोर्ट पहुँचें, सुरक्षा जांच (Security Check) करा लें और जब गेट पर पहुँचें तो पता चले कि आपकी फ्लाइट तो कैंसिल हो चुकी है। और वो भी एक नहीं, बल्कि सैकड़ों! पिछले कुछ दिनों में भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन, IndiGo, के साथ कुछ ऐसा ही हो रहा है।
इंडिगो, जो हमेशा 'On Time' (सही समय पर) होने का दावा करती थी, इस हफ्ते भारी संकट में है। पूरे देश में लगभग 200 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो चुकी हैं और हज़ारों यात्री एयरपोर्ट्स पर फंसे हुए हैं। मुंबई से लेकर दिल्ली और वाराणसी तक, हर जगह बस नाराज़ मुसाफिर और लाचार स्टाफ दिखाई दे रहा है।
आखिर अचानक इतना बड़ा 'ब्रेकडाउन' कैसे हुआ?
अगर आपको लग रहा है कि यह सिर्फ़ "घना कोहरा" है, तो आप पूरी तरह सही नहीं हैं। यह एक खिचड़ी है तीन बड़ी समस्याओं की, जिसने एयरलाइन के हाथ-पांव फूला दिए हैं:
1. नए नियमों का पेंच (The FDTL Issue):
सबसे बड़ी अंदरूनी वजह है सरकार द्वारा लागू किए गए नए 'FDTL नियम'। इसका सीधा मतलब है— पायलट की थकान और आराम। सुरक्षा को देखते हुए नियमों को सख्त किया गया है ताकि पायलट ज्यादा न थमें और पूरी नींद लें।
इंडिगो के पास फ्लाइट्स तो बहुत हैं, लेकिन नए नियमों के हिसाब से उन्हें उड़ाने के लिए मौके पर फ्रेश (Fresh) पायलट नहीं मिल पा रहे। कई जगहों पर रोस्टर (Duty Chart) में गड़बड़ी हो गई। मतलब जहाज खड़ा है, पर उसे उड़ाने वाला पायलट अपनी "अनिवार्य छुट्टी" पर है।
2. उत्तर भारत का धुंधला मौसम:
दिसंबर का महीना है, तो कोहरा (Fog) होना आम बात है। दिल्ली, अमृतसर और लखनऊ जैसे शहरों में विज़िबिलिटी (दृश्यता) कम होने से फ्लाइट्स लेट हुईं। अब दिक्कत यह है कि इंडिगो एक 'चेन सिस्टम' पर चलती है—अगर सुबह की एक फ्लाइट लेट होती है, तो उसका असर रात की आखिरी फ्लाइट तक पड़ता है। इसी देरी (Cascading Delay) ने पूरे नेटवर्क को जाम कर दिया।
3. ऑपरेशनल मिस-मैनेजमेंट:
इतनी बड़ी संख्या में कैंसिलेशन सिर्फ मौसम की वजह से नहीं होते। कहीं न कहीं मैनेजमेंट यह भांपने में चूक गया कि कोहरे और नए नियमों का 'डबल अटैक' उनके सिस्टम को कैसे बैठा देगा। कई यात्रियों की शिकायत है कि उन्हें कैंसिलेशन का मैसेज तब मिला जब वे एयरपोर्ट पहुँच चुके थे।
अगर आपकी फ्लाइट है, तो क्या करें?
यह 'आसमान का जाम' अभी कुछ दिन और परेशान कर सकता है। अगर आपने टिकट बुक किया है, तो सावधान रहें:
- Web Check-in काफ़ी नहीं है: सिर्फ बोर्डिंग पास हाथ में होना यह गारंटी नहीं देता कि जहाज उड़ेगा।
- लगातार ट्रैक करें: घर से निकलने से पहले Google पर फ्लाइट नंबर डालकर "Live Status" ज़रूर चेक करें।
- सपोर्ट सिस्टम: एयरलाइन के चैटबॉट या ट्विटर हैंडल पर नज़र बनाए रखें। अगर फ्लाइट कैंसिल होती है, तो तुरंत रिफंड या दूसरी फ्लाइट (Reschedule) की मांग करें, यह आपका हक़ है।
फिलहाल, इंडिगो इसे 'अस्थायी दिक्कत' बता रही है, लेकिन एयरपोर्ट के फर्श पर सो रहे यात्रियों के लिए यह अनुभव किसी बुरे सपने से कम नहीं है।
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