रांची, 22 मई (हि.स.)। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. अरुण उरांव ने भ्रष्टाचार को लेकर इंडी एलायंस पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर इंडी एलायंस ने नया कोड वर्ड दिया। कोड वर्ड के हिसाब से पैसे लिए जाते थे। रेट के हिसाब से फाइल, फोल्डर और बॉस नाम दिए गए थे। इसका उपयोग पैसे की उगाही के लिए किए गए।
डॉ अरुण उरांव बुधवार को हरमू रोड स्थित मीडिया सेंटर में संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इंडी एलायंस ने कोड वर्ड के माध्यम से झारखंड को बेच दिया। मंत्री के करीबी के यहां से 37 करोड़ रुपये बरामद किए गए। कांग्रेस और जेएमएम के लिए कोड वर्ड के माध्यम से भ्रष्टाचार करना नया नहीं है। भ्रष्टाचार के लिए हमेशा इसका उपयोग करते रहे हैं।
उरांव ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पूर्व प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का के घर से जो फाइल मिली थी, उसमें भी कोड वर्ड का जिक्र था। मंत्री के पीए ने भी मेंशन किया है कि किस काम के लिए किसे कितना कमीशन दिया गया। मंत्री को कितना कमीशन दिया गया है। ईडी ने टेंडर में कमीशन लेने की विस्तृत जानकारी कोर्ट को दी है। चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम को गिरफ्तार करने के बाद ईडी ने उनसे पूछताछ की। पूछताछ में वीरेंद्र राम ने मंत्री को तीन करोड़ रुपये कमीशन देने की बात स्वीकारी। इसके बाद ही ईडी ने कार्रवाई की। मंत्री के पीए के नौकर के घर से नोटों का पहाड़ बरामद किया गया।
उरांव ने कहा कि भ्रष्टाचार का मामला उजागर होने और नोट बरामद होने के बाद भी आलमगीर आलम में शर्म और नैतिकता नहीं बची है। पद से इस्तीफा नहीं दे रहे हैं। मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन को इसका संज्ञान लेकर उन्हें मंत्रिमंडल से तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनता इन लोगों की कारस्तानी देख रही है। आने वाले विधानसभा चुनाव में भी जनता उन्हें करारा जवाब देगी।
उरांव ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत किया। साथ ही कहा कि न्यायालय से भी हेमंत सोरेन को बेल नहीं मिल रही है। इससे स्पष्ट होता है कि उन पर भ्रष्टाचार के कितने गंभीर आरोप हैं। इससे अन्य लोगों को भी सबक लेना चाहिए। इंडी एलायंस वालों को भाजपा पर आरोप लगाने से बाज आना चाहिए।