देहरादून, 06 मार्च (हि.स.)। इंडी अलायंस ने राज्य में कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाया है और पुलिस-प्रशासन पर पक्षपात से काम करने का आरोप लगाया है। अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने की लड़ाई लड़ रहे पत्रकार आशुतोष नेगी की गिरफ्तारी पर इंडी अलायंस ने अक्रोश जताया है।
अलायंस के प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि ऐसे लग रहा है कि जो सत्ता पक्ष और सरकार के करीब है, उनको अपराध करने के लिए खुली छूट दी जा रही है और जो संवैधानिक अधिकार के तहत सरकार से सवाल पूछ रहे हैं, उन पर पुलिस-प्रशासन दमनात्मक कार्रवाई कर रही है। प्रतिनिधि मंडल ने मांग की कि किसी भी अपराध खासतौर पर महिलाओं के साथ अत्याचार की जानकारी मिलने पर पुलिस तत्काल कार्रवाई करे और ‘हमारे पास शिकायत नहीं आई है’ यह गैर कानूनी तर्क जनता को न दिया जाए।
पुलिस महानिदेशक से मिला इंडी अलायंस प्रतिनिधि मंडल –
इंडी अलायंस एवं सिविल सोसाइटी के संयोजक शीशपाल सिंह बिष्ट के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल बुधवार को मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिदेशक से मिला। प्रतिनिधि मंडल ने अंकित भंडारी प्रकरण को प्रमुखता से उठाने वाले पत्रकार आशुतोष नेगी को गिरफ्तार करना, हल्द्वानी में अराजकतत्वों का अल्पसंख्यकों की दुकानों को जबरन बंद कराना, भय का माहौल बनाकर हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र और उसके आसपास घरों में घुसकर लोगों की संपत्तियों पर तोड़-फोड़ करने के साथ मारपीट करने जैसी घटनाओं को बेहद चिंताजनक बताया।