सुप्रीम प्रेसिडेंट जगदीप धनखड़ ने रविवार को दावा किया कि देश को आजाद कराने का दावा करने वाले गिने-चुने लोगों का एकाधिकार स्थापित करने के लिए भारत के इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है। राजा महेंद्र प्रताप की 138वीं जयंती मनाने के लिए आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत की आजादी की नींव के बारे में लोगों को अलग तरीके से सिखाया गया है।
यह दावा करके इतिहास के साथ छेड़छाड़ की गई है कि गिने-चुने कुछ लोगों ने उन गिने-चुने लोगों को आज़ादी दे दी है। इस कारण हमारी आत्मा और हृदय बोज़िल हो गए हैं। हमें इतिहास में एक बड़ी सफलता हासिल करने की जरूरत है।’ देश महेंद्र प्रताप की वीरता को पहचानने में असफल रहा है. आपको वह पद नहीं दिया गया जहां महेंद्र प्रताप अधिकारी थे। आजादी की नींव राजा महेंद्र प्रताप सिंह जैसे लोगों के सर्वोच्च बलिदान पर रखी गई है। उनके जैसे वीरों के गुण नहीं गाये गये।